-
बाढ़ के बाद दुबारा फसलों पर बरपेगा कहर
बालेश्वर। ओडिशा में चक्रवाती तूफान सित्रांग के संभावित लैंडफॉल ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। यह चक्रवात ऐसे समय में आ रहा है, जब रबी की फसल फूलने की अवस्था में है। किसानों में धान की फसल को लेकर काफी चिंता है। चक्रवात का कोई समाधान नहीं होने के कारण कई लोग खड़ी फसलों को जल्दी काटने की योजना बना रहे हैं, जबकि कई दुविधा में हैं। डूबे किसानों को डर है कि चक्रवाती तूफान से लगातार बारिश से उनकी फसल बर्बाद हो जाएगी और उन्हें बड़ा नुकसान होगा। इससे पहले लगातार बारिश के कारण आयी बाढ़ ने पहले ही कई जिलों में फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है। अब बाकी फसल पर भी चक्रवात का संकट मंडराने लगा है। किसानों का कहना है कि हम लाचार हैं। प्रकृति के सामने हम कुछ नहीं कर सकते। भारी नुकसान होगा। फसलों के लिए हमने कितनी मेहनत की है, ये तो हम ही जानते हैं। चक्रवात ने यदि ओडिशा में लैंडफाल किया तो सभी फसलों को नुकसान होगा। सब कुछ जानने के बावजूद दुख की बात यह है कि हम कुछ नहीं कर सकते। धान लगभग तैयार है, लेकिन अब लगातार बारिश में सब कुछ बह जायेगा। हम असहाय हैं।
एक अन्य किसान ने कहा कि मैंने 2 एकड़ जमीन में धान उगाया है। चक्रवात में सब कुछ नष्ट हो जायेगा। मैं बहुत चिंतित हूं। मैंने धान की खेती के लिए कर्ज लिया है। अब मैं असहाय हूं।
इसी तरह, एक अन्य किसान ने कहा कि धान तैयार होने की अवस्था में है। हवा या बारिश की चपेट में आने पर कलियां नष्ट हो जाएंगी। हममें से ज्यादातर लोगों ने धान की खेती के लिए कर्ज लिया है, पैसे उधार लिए हैं और जमीनें गिरवी रखी हैं। अधिकांश को थी कि अच्छी कमाई होगी, लेकिन अब सभी चिंतित हैं कि हमें भारी नुकसान का सामना करना पड़ेगा।
Indo Asian Times । Hindi News Portal । इण्डो एशियन टाइम्स,। हिन्दी न्यूज । न रूकेगा, ना झुकेगा।।
