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पुरी श्रीजगन्नाथ मंदिर में उमड़ी भक्तों की भीड़
पुरी। पुरी धाम में महाप्रभु श्री जगन्नाथ, देव बलभद्र और देवी सुभद्रा ने श्रीमंदिर में राधा दामोदर वेश में अपने भक्तों को दर्शन दिये। श्रीमंदिर के सेवायतों ने भगवान श्री जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा को अनोखे परिधान में सजाया था। भगवान जगन्नाथ का यह अलंकरण भगवान श्रीकृष्ण की उनकी पत्नी देवी राधा के साथ लीलाओं के अनुरूप है। इस अवसर पर श्रीमंदिर में भारी भीड़ देखी गई, क्योंकि भक्तों को कोविद प्रतिबंधों के कारण दो साल बाद इस वेश में देवताओं के दर्शन करने की अनुमति मिली थी।
भगवान श्री जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा का यह वेश अश्विन शुक्ल एकादशी तिथि से कार्तिका शुक्ल दशमी तिथि तक किया जाता है।
पूर्णचंद्र पूजापंडा सामंत ने कहा कि भगवान श्री जगन्नाथ को सुबह के अवकास, धूप और मंगला आलती जैसे दैनिक सामान्य अनुष्ठानों के बाद भगवान कृष्ण की पोशाक के साथ दामोदर के रूप में सजाया गया। इसी तरह, देवी लक्ष्मी की अनुमति के बाद राधा को राय के रूप में सुशोभित किया गया था। इस अवधि के दौरान, भगवान को बाल भोग चढ़ाया जाता है। उन्होंने कहा कि कार्तिक के महीने को राधा दामोदर महीने के रूप में भी जाना जाता है, जो राधा और कृष्ण की रस लीला को समर्पित है। दामोदर श्री कृष्ण का दूसरा नाम है। उन्होंने बताया कि कार्तिक के अंत तक वही पोशाक जारी रहेगी, क्योंकि आज के दिन से निवासी भगवान जगन्नाथ को कृष्ण-दामोदरा के रूप में पूजते हैं।