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विधायक मुकिम ने कहा- नोटिस के जवाब का जवाब नहीं मिलने तक नहीं जाऊंगा कांग्रेस भवन
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विधायक वाहिनीपति ने किया पलटवार, पूछा क्या भारत जोड़ो यात्रा से बड़ा है कारण बताओ पर स्पष्टीकरण
भुवनेश्वर। ओडिशा में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के पहले ही प्रदेश के दो वरिष्ठ नेता आमने-आमने आ गये हैं। दोनों नेताओं के बीच जुबानी जंग छिड़ गयी है। ये दोनों नेता हैं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा विधायक मोहम्मद मुकिम और विधायक ताराप्रसाद वाहिनीपति। दरअसर, विधायक मोकिम ने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया था, जबकि कांग्रेस पार्टी ने इसके विपरित मतदान करने के लिए कहा था। पार्टी की गाइडलाइन से इतर जाकर मतदान करने के लिए कांग्रेस की तरफ मुकिम को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। मोहम्मद मुकिम ने इस नोटिस का जवाब भी दे दिया है, लेकिन उनके जवाब के बदले में पार्टी की तरफ से कुछ भी नहीं कहा गया है और ना ही कोई जवाब मोहम्मद मुकिम को दिया गया है। इसे लेकर विधायक मुकिम काफी नाराज चल रहे हैं। इसे लेकर कांग्रेस विधायक ने कहा कि उन्होंने द्रौपदी मुर्मू को भारत के राष्ट्रपति के रूप में चुनने के लिए मैंने मतदान किया था। इसे लेकर कारण बताओ नोटिस दिया था। मैंने अपना जवाब पहले ही जमा कर दिया है, लेकिन मुझे अभी तक उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। जवाब मिलने के बाद मैं कांग्रेस भवन जाऊंगा। मुकिम ने कहा कि मेरे कृत्य को पार्टी विरोधी गतिविधि मानते हुए उन्होंने मुझे कारण बताओ नोटिस दिया था। मैं पार्टी से जवाब की उम्मीद कर रहा हूं। जब तक मुझे जवाब नहीं मिलता, मैं पार्टी कार्यालय नहीं जाऊंगा। यही कारण है कि इन दिनों मैंने खुद को कटक तक ही सीमित रखा है। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी में वरिष्ठों को दरकिनार किया जा रहा है और युवाओं को अवसरों से वंचित किया जा रहा है, जिसके लिए युवा नेता पार्टी छोड़ रहे हैं।
इधर, मुकिम के रुख पर कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक ताराप्रसाद वाहिनीपति ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अब भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त हैं। एक विधायक होने के नाते उन्हें यह जानना चाहिए कि उनके कारण बताओ पर स्पष्टीकरण भारत जोड़ी यात्रा से बड़ा है। उन्होंने कहा कि चार बार विधायक होने के बावजूद मुझे कभी-कभी कूड़ेदान में फेंक दिया जाता है और कभी-कभी मुझे मंच पर माला पहनाई जाती है। वह एक बार विधायक रहे हैं। उसे इतना अधीर नहीं होना चाहिए। यह कांग्रेस पार्टी है, एक सागर है। यहां यह भविष्यवाणी नहीं की जा सकती कि कोई कब भंग हो जाये।