भुवनेश्वर। कांग्रेस भारत जोड़ो यात्रा सात सितंबर से प्रारंभ करेगी। यह यात्रा कन्याकुमारी से शुरु होकर जम्मू कश्मीर तक चलेगी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अंशुल अभिजीत ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में एक पत्रकार सम्मेलन में यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि यात्रा 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों से होकर गुजरेगी। उन्होंने बताया कि तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर होकर यह यात्रा चलेगी। इस दौरान कुल 3,500 किमी से अधिक की दूरी तय करते हुए यह यात्रा लगभग 150 दिनों में पूरी होगी।
उन्होंने बताया कि इस यात्रा के चार मुख्य उद्देश्य हैं। पहला- सभी भारतीयों के बीच एकता कायम करना, जो महात्मा गांधी के नेतृत्व वाले हमारे स्वतंत्रता आंदोलन और संविधान में प्रतिबिंबित मूल्यों में विश्वास रखते हैं। दूसरा, आर्थिक विषमताओं, सामाजिक विभाजन और अत्यधिक राजनीतिक केंद्रीकरण से बुरी तरह प्रभावित करोड़ों भारतीयों की आवाज़ उठाना। तीसरा, वर्तमान स्थिति के संदर्भ में लोगों के साथ मुद्दों और उनके संभावित समाधानों पर चर्चा करना। चौथा, ‘अनेकता में एकता’ और ‘सर्व धर्म समभाव’ के सिद्धांतों के अनुरूप सामाजिक समरसता को मजबूत करना।
उन्होंने कहा कि इस यात्रा में भारत के सामने मौजूद गंभीर विषयों पर देशवासियों के साथ सीधा संवाद किया जाएगा। हम 150 दिनों में कन्याकुमारी से कश्मीर तक 3,500 किमी. का रास्ता तय करेंगे और देशभर में लाखों लोगों के साथ बातचीत करेंगे।
उन्होंने कहा कि आज के समय में इस यात्रा की बेहद ही आवश्यकता थी। 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने सभी भारतीयों को समृद्धि का सपना दिखाया था। इसके विपरीत उन्होंने पिछले 8 सालों में महंगाई, बेरोजगारी, सामाजिक तनाव और ध्वस्त होती संस्थाओं का एक भयानक अनुभव दिया है। भारत जोड़ो यात्रा तीन प्रमुख समस्याओं पर केन्द्रित है। इनमें पहली आर्थिक असमानताएं हैं, दूसरी सामाजिक भेदभाव है और तीसरी राजनीतिक तौर पर ज़रूरत से अधिक केंद्रीकरण हैं। इन तीन प्रमुख समस्याओं के खिलाफ सभी भारतीयों को एकजुट करने के लिए यह यात्रा निकाली जा रही है।
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