भुवनेश्वर. केन्दुझर जिले के तेलकोई प्रखंड में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य अनंत नायक के लोगों की सुनवाई के लिए पहुंचने के बाद उनका विरोध किये जाने को भारतीय जनता पार्टी ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. पार्टी ने कहा कि सोमवार को घटी यह घटना जिला प्रशासन द्वारा प्रायोजित था. पार्टी के मुख्य सचेतक मोहन माझी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जिला प्रशासन ने जान-बूझकर प्रायोजित तरीके से उनका विरोध करवाया. यही कारण है कि प्रशासन व पुलिस ने उन्हें सुरक्षा प्रदान नहीं की. जब भी राष्ट्रीय जनजातीय आयोग के सदस्य किसी स्थान का दौरा करते हैं और लोगों की समस्याओं को लेकर सुनवाई करते हैं, तो उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होती है. कांजीपाणि पुलिस स्टेशन से सौ मीटर की दूरी पर विवाद पैदा किया गया और विरोध के लिए लोगों को इकट्ठा किया गया. थाना इतने निकट होने के बाद भी पुलिस को कैसे पता नहीं चल पया.
उन्होंने कहा कि केन्दुझर जिला एक जनजातीय बहुल जिला है. यहां के जनजातीय समाज को राज्य सरकार व जिला प्रशासन से न्याय नहीं मिलने के कारण वे बार बार शिकायत करते थे. इन शिकायतों के कारण आयोग के सदस्य अनंत नायक जिले में जनजातीय इलाकों का दौरा कर रहे है. यही कारण है कि स्थानीय प्रशासन के मुखौटा उतर जाने के भय से इस तरह का प्रायोजित विरोध करवाये जा रहे हैं.
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