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एक हजार से अधिक स्वयंसेवकों ने 9 दिनों तक अनेक प्रकार सेवा कार्य किया
भुवनेश्वर. दो साल के अंतराल के बाद श्रद्धालुओं के उपस्थिति में हुए पुरी के रथयात्रा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े उत्कल विपन्न सहायता समिति के जरिये एक हजार से अधिक स्वयंसेवकों ने सेवा कार्य किया. ओडिशा के साथ-साथ पश्चिम बंगाल के 25 स्वयंसेवक भी इस सेवा कार्य में शामिल हुए.
उत्कल विपन्न सहायता समिति से जुड़े सूत्रों ने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी स्वयंसेवकों ने पुरी में 9 दिनों के रथयात्रा के दौरान नौ प्रकार के सेवा कार्य में सम्मिलित हुए. इसमें प्राथमिक चिकित्सा एंबुलेंस सेवा, स्ट्रेचर सेवा, पेय जल वितरण, जल सिंचन, वाहन के जरिये पेयजल वितरण, एंबुलेंस के लिए भीड़ के लिए रास्ता दिलवाना व अस्पताल में चिकित्सा आदि कार्यों में शामिल हुए. रथयात्रा के दौरान लाखों लोगों की भीड़ के बीच स्वयंसेवकों ने एक मार्ग को विकसित कर रखा था, ताकि किसी भी मरीज को तत्काल एंबुलेंस के पास पहुंचा जा पा रहा था. समिति की ओर से भुवनेश्वर एम्स के डा प्रभाष त्रिपाठी के अनुरोध पर एम्स भुवनेश्वर, कटक के एससीबी मेडिकल कालेज व अस्पताल, ब्रह्मपुर के एमकेसीजी मेडिकल कालेज व अस्पताल से प्रत्येक दिन चार डाक्टर यहां आ कर मरीजों को देखते थे. रथयात्रा से पूर्व 30 जून को पुरी के घोड़ा बाजार स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में ये स्वयंसेवक इकट्ठे हुए थे तथा संघ के ओडिशा पूर्व के प्रांत प्रचारक बिपिन बिहारी नंद व प्रांत सह कार्यवाह सुदर्शन दास ने इन स्वयंसेवकों को उनके सेवा कार्य के बारे में जानकारी दी थी.