भुवनेश्वर. पूर्व संसदीय कार्य मंत्री और भंजनगर निर्वाचन क्षेत्र से बीजद विधायक विक्रम केशरी आरुख आज ओडिशा विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में चुने गये हैं. वह इस पद के लिए निर्विरोध चुने गये हैं. इस पद के लिए किसी अन्य सदस्य ने अपना नामांकन दाखिल नहीं किया था.
निर्विरोध चुने जाने के बाद मीडिया से बात करते हुए विक्रम केशरी आरुख ने विधानसभा के सभी विधायकों के प्रति आभार जताया तथा सबसे सहयोग की कामना की. उन्होंने कहा कि बतौर विधानसभा अध्यक्ष वह सबको साथ लेकर सदन की कार्यवाही को नियमानुसार चलायेंगे. उन्होंने उम्मीद जतायी कि सभी सदस्य नियमों के अनुसार सदन को चलाने में उनको सहयोग करेंगे.
विधानसभा के 21वें अध्यक्ष बने
बीजद नेता और भंजनगर से विधायक विक्रम केशरी आरुख आज विधानसभा के विशेष सत्र में ओडिशा विधानसभा के निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने के साथ ही वह राज्य विधानसभा के 21वें अध्यक्ष बने. उपाध्यक्ष रजनीकांत सिंह ने आरुख को सदन का अध्यक्ष घोषित किया. उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य कारणों से 4 जून को सूर्य नारायण पात्र के इस्तीफे के बाद यह पद खाली हो गया था.
समृद्ध अनुभव से सफल अध्यक्ष होंगे आरुख – नवीन
सदन में पेश किये गये प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि विक्रम केशरी अरुख 1995 से इस अगस्त सदन के सदस्य हैं. वह भंजनगर विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं. इस सदन के विशिष्ट सदस्य होने के नाते आरुख ने उन लोगों की समस्याओं और आवश्यकताओं पर प्रकाश डाला है, जिनका वे प्रतिनिधित्व करते हैं. वह पेशे से वकील हैं. उन्हें एक अधिवक्ता के रूप में समाज के कमजोर वर्ग के प्रति गहरी चिंता है. उन्होंने वर्तमान सरकार में कुशलता से सेवा की है. उन्होंने पहले मुख्य सचेतक और मंत्री के रूप में काम किया. मुझे विश्वास है कि अपने समृद्ध अनुभव से वह सफल अध्यक्ष होंगे.
इस प्रस्ताव का अन्य लोगों ने समर्थन किया. मुख्यमंत्री के प्रस्ताव के बाद आरुख ने नये अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली.