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पुरी में सेवायत कृष्ण की हत्या के दो साजिशकर्ता समेत छह गिरफ्तार

  •  30 लाख रुपये तय हुई थी डील

पुरी. श्री जगन्नाथ मंदिर के एक वरिष्ठ सेवायत कृष्ण चंद्र प्रतिहारी की हत्या के मामले में शामिल दो मुख्य साजिशकर्ताओं सहित छह लोगों को पुलिस ने धर-दबोचा है. हत्या की डील 30 लाख रुपये में हुई थी तथा घटना बदले की साजिश की देन हो सकती है.
तथाकथित हत्या के मुख्य साजिशकर्ताओं की पहचान कालिया सिंघारी और दलगोविंद सिंघारी के रूप में बतायी गई है. गिरफ्तार किये गये अन्य लोगों में कालू उर्फ सत्यनारायण पाणिग्राही, बाबा उर्फ आशीष महापात्र, मुना उर्फ रश्मि रंजन पात्र और तुलिया उर्फ संदीप जेना शामिल हैं.
पुरी के पुलिस अधीक्षक कंवर विशाल सिंह ने बताया कि कालिया और दलगोविंद ने कालू को लगभग 2 लाख रुपये का भुगतान किया था, ताकि वह ब्लूप्रिंट तैयार कर सके और अपराध के लिए व्यवस्था कर सके और भागने के मार्गों की योजना बना सके.
बाबा उन चार व्यक्तियों में से एक है, जो हत्या स्थल पर मौजूद था. मुना ने अपराध करने के लिए हथियारों की आपूर्ति की थी और संदीप साजिश में शामिल था तथा भागने के मार्गों की योजना बना रहा था.
सिंह ने बताया कि अपराध स्थल को फिर से रिक्रेएट करने के लिए कुछ आरोपियों को रिमांड पर लाया जाएगा. इस बीच कालू से 1.5 लाख रुपये बरामद किये गये हैं और शेष छह आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
उल्लेखनीय है कि श्री जगन्नाथ मंदिर के सेवायत तथा सुआर महासुआर नियोग के सदस्य कृष्ण चंद्र प्रतिहारी की 16 मार्च को बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
इस मामले में अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि हत्या में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जाना बाकी है.
पुलिस अधीक्षक कंवर विशाल सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में कालिया सिंघारी गुना सिंघारी का भाई है, जिनकी 2012 में हत्या कर दी गई थी.
अपराध के मकसद के बारे में सिंह ने कहा कि अभी तक की जांच से पता चला है कि उन्होंने बदला लेने के लिए कृष्ण प्रतिहारी की हत्या की है. हालांकि, अन्य कारण भी हो सकते हैं, जिनकी जांच की जा रही है.
उन्होंने बताया कि आरोपी व्यक्तियों ने पहले कृष्ण चंद्र प्रतिहारी को खत्म करने का प्रयास किया था, लेकिन सफल नहीं हो सके थे.
उन्होंने कहा कि सदर क्षेत्र के मुन्ना पात्र ने अपराध के लिए हथियारों की आपूर्ति की थी. सिंह ने कहा कि अगर जांच के दौरान और सबूत सामने आते हैं तो हम उन्हें जांच के दायरे में लाएंगे. पर्याप्त सबूतों के आधार पर हम मामले को तार्किक निष्कर्ष पर लाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आगे ने कहा कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, हत्या के लिए 30 लाख रुपये का सौदा तय किया गया था. कृष्ण प्रतिहारी पर गोली चलाने वाले तीन लोगों में से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि हत्या का संबंध 2012 में गुना सिंघारी की हत्या से जुड़ा है.

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