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आदिवासी बहुल गांव में बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के लिए मेडिकल टीम पहुंची
कोरापुट. जिले के नंदपुर प्रखंड के गोलुरु पंचायत के चिकापार गांव में अज्ञात बीमारी से एक महीने में पांच बच्चों की मौत की घटना सामने आयी है. अज्ञात बीमारी से बच्चों की मौत की खबर पाते ही स्वास्थ्य विभाग ने आदिवासी बहुल गांव में बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के लिए मेडिकल टीम भेजी. इस संबंध में स्वास्थ्य टीम ने मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी (सीडीएमओ) को रिपोर्ट सौंप दी है.
स्वास्थ्य टीम के आंकड़ों के अनुसार, इलाके में पांच मार्च को जेमल रामाराव की सात महीने की एक बच्ची की मौत हो गयी थी. इसके बाद नौ मार्च को मरिस्मा की बेटी की और 15 मार्च को सुंदर राव के एक बेटे की मौत हो गई. इसके बाद 17 मार्च को मैरी नायडू और जेमल लेंगू के बेटों ने दम तोड़ दिया था.
स्थानीय सीडीएमओ प्रभारी अरुण कुमार पाढ़ी ने मीडिया से कहा कि हमें एक महीने में तीन बच्चों की मौत के संबंध में स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) से एक फोन आया. इसके बाद हमने मामले को गंभीरता से लेते हुए एक मेडिकल टीम को जांच के लिए भेजा.
उन्होंने कहा कि गांव की स्थिति की समीक्षा करने के बाद हमें पता चला कि गांव में एक महीने में कुल पांच बच्चों की मौत हुई है. स्वास्थ्य टीम द्वारा की गई जांच के अनुसार, हमने पाया कि पांच में से तीन बच्चों की मौत मलेरिया से हुई, जबकि अन्य दो की मौत क्रमशः डायरिया और एस्पिरेशन निमोनिया से हुई है.