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कब्जे से 14.90 लाख रुपये नकद और कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त
कटक. जिले में कई लोगों से लाखों रुपये ठगने के आरोप में कमिश्नरेट पुलिस ने मधुपाटना थाना क्षेत्र के अंदरपुर से राजा करण उर्फ निमन करण को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने राजा करण के कब्जे से 14.90 लाख रुपये नकद और कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किया है. इसकी जानकारी देते हुए एसीपी कटक जोन-VI अमरेंद्र पंडा ने बताया कि राजा करण ने अंदरपुर इंटीग्रेटेड हाउसिंग एंड स्लम डेवलपमेंट प्रोजेक्ट में कई लोगों को घर दिलाने के लिए लाखों रुपये की ठगी की है. उन्होंने कहा कि आरोपी राजा करण ने एक नोटरी के समक्ष दिए गए हलफनामे के जाली दस्तावेज (ज़ेरॉक्स प्रतियां) प्रदान करके परियोजना के अंदर अवैध रूप से 33 लोगों को रखा था. एसीपी ने कहा कि जब इन लोगों को पता चला कि उनके साथ धोखाधड़ी की गई है और उन्हें जाली दस्तावेज मुहैया कराए गए हैं और जिससे उन्हें घरों का स्वामित्व नहीं मिलता, तो उन्होंने उन्हें खाली कर दिया और मधुपाटना और जगतपुर पुलिस थानों में शिकायत दर्ज कराई. पंडा ने कहा कि इस संबंध में राजा करण के खिलाफ कमिश्नरेट पुलिस-कटक के तहत तीन मामले दर्ज किए गए हैं. उन्होंने बताया कि मधुपाटना थाने में दो और जगतपुर थाने में एक मामला दर्ज किया गया है. एसीपी ने कहा कि चूंकि राजा करण के खिलाफ कई लोगों से लाखों रुपये ठगने और जाली दस्तावेज उपलब्ध कराकर घरों में रखने के लिए पर्याप्त सबूत स्थापित किए गए हैं, इसलिए हमने उसे कल गिरफ्तार किया और आज उसे अदालत में भेज दिया जाएगा. एसीपी ने बताया कि राजा करण के घर और अंदरपुर इंटीग्रेटेड हाउसिंग एंड स्लम डेवलपमेंट प्रोजेक्ट में कार्यालय कक्ष की तलाशी के बाद पुलिस ने 14.90 लाख रुपये नकद और कुछ दस्तावेज जब्त किया है. एसीपी ने कहा कि राजा करण के खिलाफ पहले दो मामले थे और इन तीन मामलों को मिलाकर उसके खिलाफ कुल पांच मामले हैं.
पुलिस के अनुसार, जगतसिंहपुर जिले के बालिकुड़ा थाना क्षेत्र के खालागांव के समीर पाल ने मधुपाटना थाने में लिखित में रिपोर्ट दी कि वह फ्रिज और एसी मैकेनिक है. वह पहले अंदरपुर के राजा करण के संपर्क में आया. बाद में अंदरपुर एकीकृत आवास और स्लम विकास परियोजना के अंदर घर के आवंटन के बारे में बताया गया था. समीर ने दावा किया कि राजा करण ने उसे घर दिखाया और उसे घर के आवंटन के लिए पैसे देने के लिए कहा था. इसके बाद उसने उसे अलग-अलग तारीखों में 2.30 लाख रुपये नकद दिए. समीर ने आरोप लगाया कि राजा करण ने एक नोटरी के सामने एक समझौता किया और उसे एक जेरॉक्स कॉपी सौंपी, लेकिन राजा करण ने न तो उसे घर दिया और न ही उसके पैसे वापस किया. पुलिस ने पाया कि इसी तरह राजा करण ने करीब 40 लोगों से घर सौंपने के लिए पैसे लिए हैं.