भुवनेश्वर. इंटरनेट पर नाबालिग बच्चियों के यौन शोषण से जुड़े एक मामले में छापेमारी कर रही सीबीआई की एक टीम पर स्थानीय लोगों ने हमला बोल दिया. शुरू में इन्हें एक घर में बंद कर दिया और बाद में पुलिस की मदद से जब ये बाहर निकले तो धक्का-मुक्की भी इनके की गयी. उल्लेखनीय है कि मंगलवार को देशभर में कई जगहों पर सीबीआई की टीम ने छापेमारी की. इस मामले में देशभर में कुल 76 जगहों पर छापेमारी की गई है, जिसमें ओडिशा के ढेंकानाल और भद्रक जिलों के कुछ स्थान शामिल हैं.
ढेंकानाल के जुबली टाउन में छापेमारी के दौरान एक युवक को पूछताछ के लिए थोड़ी देर के लिए हिरासत में लिया गया. इससे लोगों में आक्रोश भर आया और छापेमारी के दौरान सीबीआई अधिकारियों को एक कमरे में बंद कर दिया गया. बाद में केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस से संपर्क किया जो उनके बचाव में आई. जब उन्हें कमरे से बाहर निकाला गया तो उनके साथ धक्का मुक्की भी की गयी. हालांकि भीड़ निकाल कर पुलिस अपने साथ ले गयी.
इसी तरह भद्रक जिले के बंता प्रखंड में एक ऑटो चालक के घर पर छापेमारी की गयी. उन पर सोशल मीडिया पर नाबालिग लड़कियों की तस्वीरें प्रसारित करने का आरोप है. सीबीआई के पांच अधिकारियों की एक टीम ने भद्रक में इस मामले की जांच की.
बताया गया है कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने ऑनलाइन बाल यौन शोषण और शोषण से जुड़े आरोपों में कुल 83 आरोपियों के खिलाफ 14 नवंबर को 23 अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं. इन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आंध्र प्रदेश, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, बिहार, ओडिशा, तमिलनाडु, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश शामिल हैं.