-
कमिश्नरेट पुलिस ने किया गुत्थी सुलझाने का दावा, तीनों आरोपी गिरफ्तार
भुवनेश्वर. कमिश्नरेट पुलिस ने मनीष अनुराग हत्या मामले को सुलझाने का दावा किया है. भुवनेश्वर के डीसीपी उमाशंकर दास ने शनिवार को खुलासा किया कि वरिष्ठ पत्रकार नवीन दास के बेटे मनीष अनुराग की हत्या उसके तीन दोस्तों ने की है. तीनों आरोपियों की पहचान अमृत प्रीतम बिस्वाल (30), दिनेश कुमार महापात्र (31) और मृत्युंजय मिश्र (38) के रूप में हुई है. दिनेश और मृत्युंजय कंधमाल के रहने वाले हैं.
डीसीपी ने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि मनीष के अपहरण की शिकायत उसके पिता ने रविवार, 10 अक्टूबर की सुबह इंफोसिटी थाने में दर्ज कराई थी.
मामले की जांच के दौरान तमांडो थाना क्षेत्र के भगवानपुर गांव के नमरकानी मंदिर स्थित तालाब से मनीष का शव बरामद किया गया.
इसके बाद विशेष दस्ते के प्रभारी संजीव सतपथी, तमांडो, इंफोसिटी और खंडगिरि पुलिस स्टेशनों के कर्मचारियों की एक टीम ने मामले की जांच शुरू की.
जांच में पता चला कि शनिवार, नौ अक्टूबर की शाम मनीष एक दुकान के पास अपने दोस्त तापस से मिलने गया था. वहां उन्हें लगभग 5.30 बजे अमृत का एक फोन आया, जिसमें अमृत ने मृतक को अपने और उसके दोस्तों के साथ एक बैचलर पार्टी के लिए जाने के लिए कहा.
तदनुसार, एक मारुति सुजुकी सियाज कार दुकान के पास पहुंची और उसको उठाकर लक्ष्मीसागर क्षेत्र में चली गई. फिर वे तमांडो थाना अंतर्गत भगवानपुर स्थित साउथ सिटी बार गए. उस दौरान दिनेश कार के अंदर ही सो गया. खाने-पीने के बिल के भुगतान को लेकर तीनों के बीच झगड़ा हो गया और मृतक को बिल भरने को मजबूर होना पड़ा. इसलिए उसने अपनी मां को पैसे के लिए बुलाया और उसी रात मनीष के खाते में 8000 रुपये की राशि ट्रांसफर कर दी गई. उक्त विवाद को लेकर मनीष व तीनों आरोपियों के बीच हाथापायी हो गई.
इससे भागवनपुर गांव के पास मौके पर मनीष बेहोश हो गया. इसके बाद आरोपितों ने साक्ष्य छिपाने के इरादे से शव को तालाब में फेंक दिया और मौके से फरार हो गए. दास ने कहा कि इस बीच पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनकी रिमांड की मांग की जाएगी.