भुवनेश्वर. राज्य सरकार द्वारा प्लस-2 के प्रथम वर्ष के लिए परीक्षा आयोजित करने के निर्णय का विभिन्न महाविद्यालयों के छात्रों द्वारा कड़ा विरोध किये जाने के बाद मंगलवार को राज्य के जनशिक्षा मंत्री समीर रंजन दास ने कहा कि सरकार इस पर पुनर्विचार करेगी. राज्य सरकार के इस निर्णय के खिलाफ पिछले कुछ दिनों से राज्य के विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र-छात्राएं सड़क पर आ कर आंदोलन कर रहे हैं. छात्रों द्वारा आंदोलन किये जाने के बाद मंगलवार को मंत्री दाश ने कहा कि यदि छात्रों को लगता है कि इस बार वे परीक्षा के लिए तैयार नहीं हैं, तो राज्य सरकार इस पर पुनर्विचार कर सकती है. उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को इसे लेकर चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है. बच्चों को फेल करना सरकार का उद्देश्य़ नहीं है. उल्लेखनीय है कि गत 14 नवंबर को जन शिक्षा मंत्री समीर रंजन दास ने कहा था कि प्लस-2 के दूसरे साल तथा बारहवीं में जाने के लिए प्रथम साल की परीक्षा में उत्तीर्ण होना अब जरुरी किया जाएगा. यदि कोई छात्र प्लस-2 के प्रथम वर्ष की परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं होता, तो वह प्लस-2 के द्वितीय वर्ष में प्रवेश नहीं सकता. उन्होंने कहा था कि प्लस-2 के स्तर पर व्यापक सुधार लाने के लिए इस तरह का कदम राज्य सरकार द्वारा उठाया गया है. उन्होंने कहा था कि प्रथम वर्ष की परीक्षा में 33 प्रतिशत अंक रखने होंगे. इसके लिए दो मौके दिये जाएंगे. उन्होंने यह भी कहा था कि पहली परीक्षा फरवरी 15 से 29 के बीच में होगी, जबकि दूसरी परीक्षा मई के अंत में आयोजित होगी.
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