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तैयारियों के तहत स्वास्थ्यकर्मियों को लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण सत्र शुरू
भुवनेश्वर. राज्य में कोविद-19 महामारी की तीसरी लहर की संभावना को ध्यान में रखते हुए ओडिशा सरकार ने सोमवार को राज्य में बाल रोग विशेषज्ञों, चिकित्सा अधिकारियों और स्टाफ नर्सों के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण सत्र आयोजित करना शुरू कर दिया है. यह अभ्यास इस आशंका की पृष्ठभूमि में आवश्यक हो गया है कि तीसरी लहर में बच्चे संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील होंगे और उपरोक्त श्रेणी के मेडिक्स और पैरा-मेडिक्स विभिन्न कोविद अस्पतालों में बच्चों का इलाज करेंगे.
परिवार कल्याण निदेशक डॉ विजय पाणिग्राही ने कहा कि प्रशिक्षण छह चरणों में आयोजित किया जाएगा. उन सभी को व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाएगा. आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं जैसे अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं के लिए पहले ही जमीनी स्तर पर सत्र पूरा हो चुका है.
उन्होंने कहा कि कोविद महामारी की संभावित तीसरी लहर से पहले सरकार मानव संसाधन और उपकरणों के मामले में पूरी तरह से तैयार है.
उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों के अनुसार, तीसरी लहर दूसरी लहर जितनी गंभीर नहीं होगी. हालांकि, 15 फीसदी बच्चों के इस वायरस से प्रभावित होने की आशंका है. इस संभावना को देखते हुए सरकार तैयारी कर रही है.
पाणिग्राही ने बताया कि राज्य में अब तक 1.78 करोड़ लोगों को कोविद वैक्सीन शॉट मिले हैं, जिनमें से 1.37 करोड़ ने पहली खुराक प्राप्त की है, जबकि 41 लाख ने बूस्टर खुराक ली है.
उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य प्रतिदिन 3 लाख लोगों को टीका लगाने का है, लेकिन कुछ मुद्दों के कारण प्रतिदिन 2 लाख लोगों को कवर किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि हमने केंद्र को कोवैक्सिन की पर्याप्त खुराक के लिए लिखा है. साथ उन्होंने कहा कि राज्य में गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण भी चल रहा है. राज्य में अब तक 57,000 गर्भवती माताओं को यह टीका मिल चुका है.
कोवैक्सिन और कोविशील्ड की मिश्रित खुराक पर आरएमआरसी के अध्ययन पर उन्होंने कहा कि सरकार की अभी तक कॉकटेल वैक्सीन लॉन्च करने की कोई योजना नहीं है. उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों की सहमति के बाद सरकार से सिफारिश मिलने के बाद वर्तमान अध्ययन पर निर्णय लिया जाएगा.