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पशु अधिकार कार्यकर्ताओं और भाजपा सांसद मेनका गांधी ने एसपी और थानाधिकारी से की बात
नई दिल्ली. प्रसिद्ध पशु अधिकार कार्यकर्ताओं और भाजपा सांसद मेनका गांधी ने मंगलवार को संबलपुर के पुलिस अधीक्षक बी गंगाधर से बातकर उस महिला के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की, जिसने पांच दिन पहले बुर्ला में महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) परिसर के जागृति विहार में छह आवारा कुत्तों को जहर दिया था.
पीपुल फॉर एनिमल्स (पीएफए) की संस्थापक गांधी ने इस संबंध में बुर्ला पुलिस स्टेशन के प्रभारी निरीक्षक कमल लोचन पंडा से भी बात की और उनसे महिला के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करने का आग्रह किया.
इस संबंध में महिला के खिलाफ बुर्ला पुलिस स्टेशन में एमसीएल के मुख्य सुरक्षा अधिकारी द्वारा 28 मई को प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. अधिकारी ने कुत्तों के शवों की तस्वीरें भी जमा की थीं.
सुरक्षा अधिकारी द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, गली के कुत्तों ने उसकी कार की सीट क्षतिग्रस्त कर दिया था. इससे आरोपी महिला परेशान थी. उन्होंने मुख्य सुरक्षा अधिकारी को भी नुकसान की जानकारी दी थी.
हालांकि, अगले दिन संबलपुर में पीपल फॉर एनिमल्स (पीएफए) के सदस्यों ने जागृति विहार में छह कुत्तों के जहर से मौत की खबर मिलने के बाद मुख्य सुरक्षा अधिकारी से मुलाकात की. उन्होंने उन्हें महिला की संभावित भूमिका के बारे में बताया, जिसने यह क्रूर हत्याएं की.
संबलपुर पीएफए को-ऑर्डिनेटर ने बाद में बुर्ला पुलिस स्टेशन में एक और शिकायत दर्ज की और एक जून को महिला के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.
इस बीच, बुर्ला थाना पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और जानवरों की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए कॉलोनी में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच शुरू कर दी है.
दूसरी ओर, संबलपुर के एसपी ने गांधी को इस भीषण अपराध में दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले हाल ही में भुवनेश्वर में इंफोसिटी पुलिस ने एक सेवानिवृत्त बैंकर को पशु क्रूरता के आरोप में गिरफ्तार किया था. यहां कथित तौर पर एक वीडियो में उसे आवारा कुत्तों के सामने कुछ बिल्ली के बच्चे फेंकते हुए देखा गया था और उनकी मौत हो गयी थी. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.