ऩई दिल्ली. उप-राष्ट्रपति श्री एम. वैंकैया नायडू ने भारत को एकता के सूत्र में पिरोने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल को आज उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की है। उप-राष्ट्रपति श्री नायडू ने कहा कि सरदार पटेल ऐसे नेता हैं जिनकी मैं सबसे ज्यादा प्रशंसा करता हूं।
आज एक फेसबुक पोस्ट के जरिए उप-राष्ट्रपति ने सरदार वल्लभभाई पटेल के महान योगदान को याद किया और देशवासियों विशेषकर युवा पीढ़ी से उनकी विरासत को फिर से जीवंत करने और आधुनिक भारत के निर्माण में उनकी अद्वितीय योगदान को याद करने का आग्रह किया।
श्री नायडू ने सरदार पटेल की भारत के एकीकरण की उपलब्धि की भी प्रशंसा की। उन्होंने उल्लेख किया कि कैसे एक महत्वपूर्ण मोड़ पर, सरदार पटेल ने भारत की क्षेत्रीय एकता और अखंडता की रक्षा के लिए अपनी दूरदर्शिता, सरलता, कौशल, अनुभव और धैर्य का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा, “सावधानी-पूर्वक योजना बनाने, बातचीत, परामर्श और चतुराई से निपटने के माध्यम से, उन्होंने आधुनिक इतिहास की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक सभी रियासतों का भारत में विलय कराया।”
अखिल भारतीय सिविल सेवा के निर्माण का उल्लेख करते हुए, उप-राष्ट्रपति ने कहा कि यह सरदार पटेल द्वारा दिया गया एक और बेहतरीन योगदान था। उन्होंने कहा कि पटेल ने भारत में मजबूत स्तंभ के रूप में इन सेवाओं की कल्पना की थी जो बाद में देश की एकता और अखंडता की रक्षा करेगी। उन्होंने कहा, “पटेल ने प्रशासन में सेवा के लिए अधिकारियों को साझेदार माना और उनसे ईमानदारी के उच्चतम मानकों को बनाए रखने की अपेक्षा की।” “पटेल ने सिविल सेवा अधिकारियों को प्रशासन में साझेदार माना और उनसे देश की एकता और अखंडता बनाए रखने की अपेक्षा की।”
उप-राष्ट्रपति ने उल्लेख किया कि देश के विभाजन के बाद गृह मंत्री के रूप में सरदार पटेल ने आंतरिक स्थिरता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान के कारण ‘लौह पुरुष’ की उपाधि से विभूषित किए गए।
सरदार पटेल के कुछ महान गुणों पर प्रकाश डालते हुए, उप-राष्ट्रपति ने कहा, “मातृभूमि के लिए उनका प्रेम, नेतृत्व क्षमता, सादगी, ईमानदारी, सत्यनिष्ठा, जमीन से जुड़े होने की प्रवृति, उलझी हुई समस्याओं को हल करने के व्यावहारिक दृष्टिकोण, सांसारिक बुद्धिमत्ता, अनुशासन और कौशल क्षमता हमेशा प्रत्येक भारतीय के लिए प्रेरणास्रोत बने रहेंगे।” उन्होंने आगे कहा कि प्रत्येक नागरिक को सरदार पटेल के सपने को साकार करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।
अपनी प्रबल इच्छा व्यक्त करते हुए, उप-राष्ट्रपति ने कहा, “मैं सरदार वल्लभभाई पटेल के जीवन और उनके योगदान से हर बच्चे को परिचित कराना चाहता हूं। इसी तरह, प्रत्येक सिविल सेवक को उनके भाषणों को अवश्य पढ़ना चाहिए और प्रत्येक राजनेता को पटेल के महान गुणों जैसे सत्यनिष्ठा, दृढ़ता और लोगों के हित को ध्यान में रखने की प्रवृति को अपनाना चाहिए।”
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