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राज्य के कई जिलों से लाल व नारंगी चेतावनी जारी
भुवनेश्वर. बंगाल की उत्तर पूर्व खाड़ी में चक्रवाती परिसंचरण के कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश जारी है. इसके बीच भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने 23 अगस्त के आसपास ओडिशा तट पर इसी तरह की प्रणाली की भविष्यवाणी की है. आईएमडी बुलेटिन ने शुक्रवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा कि बंगाल के उत्तरपश्चिमी खाड़ी और पड़ोस में 23 अगस्त के आसपास ताजा कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने की संभावना है.
बंगाल की उत्तर पूर्वी खाड़ी के ऊपर कल के चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव में बंगाल और पड़ोस की उत्तरी खाड़ी पर आज सुबह एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना, जो अब बंगाल और पड़ोस के उत्तर पश्चिम खाड़ी में एक अच्छी तरह से चिह्नित कम दबाव क्षेत्र के रूप में जुड़ा हुआ है. साइक्लोनिक सर्कुलेशन 7.6 किमी तक फैला हुआ है, जिसका मतलब समुद्र तल से दक्षिण-पश्चिम की ओर झुकाव है. आईएमडी ने कहा कि यह धीरे-धीरे पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले 24 घंटों के दौरान एक अवसाद में केंद्रित होने की संभावना है. इस मौजूदा प्रणाली के प्रभाव के तहत आईएमडी ने निम्नलिखित जिलों के लिए 20 अगस्त के लिए रेड और ऑरेंज चेतावनी जारी की है.
लाल चेतावनी बालेश्वर, मयूरभंज, भद्रक, जाजपुर, केंद्रापड़ा, ढेंकानाल, बौध, जगतसिंगपुर, कटक और अनुगूल जिलों के लिए जारी की गयी है. यहां अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. इससे कुछ स्थानों पर जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है. कच्ची सड़कों और कच्चे घर को नुकसान पहुंचने तथा पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की संभावना है.
ऑरेंज चेतावनी केंदुझर, देवगढ़, संबलपुर, कंधमाल, कलाहांडी, पुरी, खुर्दा, मालकानगिरि और कोरापुट के जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. इससे निचले इलाकों में जल जमाव, कच्चा घर और कच्ची सड़कों को मामूली नुकसान की संभावना बनी रहेगी.
ओडिशा तट के साथ-साथ और बंगाल की उत्तरी खाड़ी में 45-55 किमी प्रति घंटे की गति से चलेगी. मौसम के बदले मिजाज को देखते हुए मछुआरों को सलाह दी जाती है कि वे अगले 48 घंटों के दौरान ओडिशा तट के साथ समुद्र में और समुद्र में न उतरें.