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देवास और बालासोर की घटनाओं पर राहुल और प्रियंका ने सरकार को घेरा

  • बिहार में छात्रों पर तीन दिन में दूसरी बार लाठीचार्ज अमानवीय कृत्यः प्रियंका

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के देवास में एक दलित युवक की “पुलिस हिरासत” में मौत और ओडिशा के बालासोर में आदिवासी महिलाओं को पेड़ से बांधकर पीटे जाने की घटनाओं को लेकर कांग्रेस ने वहां की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकारों को घेरा है ।

लोकसभा में नेता विपक्ष एवं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आज यहां एक वक्तव्य में कहा कि एक तरफ़ मध्य प्रदेश के देवास में दलित युवक की पुलिस हिरासत में हत्या की गई। दूसरी तरफ़ ओडिशा के बालासोर में आदिवासी महिलाओं को पेड़ से बांधकर पीटा गया है। ये दोनों घटनाएं दुखद, शर्मनाक और अत्यंत निंदनीय हैं। भाजपा की मनुवादी सोच के कारण उनके शासन वाले राज्यों में एक के बाद एक इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। सरकार की शह के बिना ये संभव नहीं है।

राहुल गांधी ने कहा कि देश के बहुजनों के साथ ऐसी बर्बरता किसी भी क़ीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हम उनके साथ हैं, उनके संवैधानिक अधिकारों के लिए और उन्हें न्याय दिलाने के लिए पूरी ताक़त के साथ लड़ेंगे।

कांग्रेस महासचिव एवं सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने आरोप लगाया कि बाबासाहेब आंबेडकर का अपमान और कमजोर वर्गों पर अत्याचार ही भाजपा के शासन का मूलमंत्र है। देवास में पुलिस हिरासत में दलित युवक की मौत का मामला अत्यंत गंभीर है। परिवार का आरोप है कि पुलिस क्रूरता की वजह से युवक की जान चली गई। इसके पहले महाराष्ट्र के परभणी से दलित परिवारों पर अत्याचार व पुलिस हिरासत में एक दलित युवक की मृत्यु की खबर आई थी। लगता है भाजपा राज में दलितों, आदिवासियों एवं वंचितों और कमजोर वर्गों पर पुलिस को अत्याचार की खुली छूट मिली हुई है।

इसके अलावा प्रियंका ने बिहार में छात्रों पर लाठीचार्ज की घटना की भी निंदा की है। उन्होंने कहा कि बिहार में तीन दिन के अंदर दूसरी बार छात्रों पर अत्याचार किया गया। परीक्षाओं में भ्रष्टाचार, धांधली, पेपर लीक रोकना सरकार का काम है लेकिन भ्रष्टाचार रोकने की जगह छात्रों को आवाज उठाने से रोका जा रहा है। इस कड़ाके की ठंड में युवाओं पर पानी की बौछार और लाठी चार्ज करना अमानवीय है। भाजपा का डबल इंजन युवाओं पर डबल अत्याचार का प्रतीक बन गया है।

ज्ञातव्य है कि देवास में 26 दिसंबर को एक महिला ने सतवास थाने में मुकेश लोंगरे नामक युवक के खिलाफ शिकायत की थी। उसकी जांच थाना प्रभारी आशीष राजपूत कर रहे थे। शनिवार शाम मुकेश को बयान दर्ज करने के लिए थाने में बुलाया गया था। उसी दौरान मौका पाकर मुकेश ने गमछे से फंदा लगा लिया। पुलिस उसे इलाज के लिए अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

उधर, ओडिशा के बालासोर का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ, जिसमें तीन लोगों को पेड़ से बांधकर पीटा गया और उनसे कुछ खास तरह के नारे लगवाए गए। हालांकि इस मामले में दोनों तरफ से क्रॉस एफआईआर हो गई है और पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
साभार – हिस

 

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