नई दिल्ली। डीएमके नेता ए राजा अपने बयानों के कारण विवादों में घिर गए हैं। उनके विवादास्पद बयान पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आग बबूला हो गई है। भाजपा नेताओं ने ए राजा के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि डीएमके को पाकिस्तान जिंदाबाद स्वीकार है लेकिन भगवान राम से दुश्मनी है। यह भारत और भारतीयता के खिलाफ है।
भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को डीएमके सांसद ए राजा के बयान पर हमला करते हुए उन्हें भारत के लोकाचार का अपमान करने वाला बताया है। ‘जय श्री राम’ और भारत के विचार वाले वीडियो को साझा करते हुए भाजपा नेता अमित मालवीय ने एक्स पर कहा, ”डीएमके की तरफ से नफरत भरे भाषण लगातार किए जा रहे हैं। पहले उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म को खत्म करने के आह्वान के बाद अब ए राजा हैं, जो भारत के विभाजन की बात कर रहे हैं। भगवान राम का मजाक उड़ा रहे हैं, मणिपुरियों पर अपमानजनक टिप्पणियां कर रहे हैं और एक राष्ट्र के रूप में भारत के विचार पर सवाल उठा रहे हैं।”
पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में भाजपा नेता रवि शंकर प्रसाद ने सवालिया लहजे में कहा, ”ए राजा ने कहा कि हम ‘जय श्री राम’ और ‘भारत माता की जय’ को कभी स्वीकार नहीं करेंगे।” रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि क्या सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे इससे सहमत हैं? क्या डीएमके अन्य धर्मों के देवताओं के खिलाफ ऐसी अपमानजनक टिप्पणियों का इस्तेमाल करेगी? हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा, “यह स्पष्ट है कि भारत के लोकाचार का अपमान करना, सार्वजनिक रूप से हिंदू देवताओं को अपमानित करना और भारत के विचार पर सवाल उठाना इनकी पहचान बन गई है।” क्या आईएनडीआई गठबंधन अपने राजनीतिक लाभ के लिए इतना नीचे गिरने को तैयार है कि वे ऐसी टिप्पणियों को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं?”
उल्लेखनीय है कि डीएमके नेता ए. राजा ने तमिलनाडु में एक कार्यक्रम में कहा कि यहां तमिल एक राष्ट्र और एक देश है। मलयालम एक भाषा, एक राष्ट्र और एक देश है। ओडिया एक राष्ट्र, एक भाषा और एक देश है। ये सभी राष्ट्र मिलकर भारत बनाते हैं, तो भारत देश नहीं है, बल्कि एक उपमहाद्वीप है। उन्होंने भगवान हनुमान की तुलना बंदर से करते हुए ‘जय श्री राम’ के नारे को घृणास्पद बताया है।
साभार -हिस