रोहतक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने गुरुवार को कहा कि सनातन हमेशा सनातन ही रहेगा। सनातन कभी खत्म नहीं होता और यह मनुष्य में आत्मा के रूप में रहता है।
डॉ. भागवत स्थानीय श्रीबाबा मस्तनाथ मठ परिसर में ब्रह्मलीन महंत चांदनाथ योगी की स्मृति में मूर्ति स्थापना एवं प्राण प्रतिष्ठा समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सनातन सभी जगह है और इसका उल्लेख भगवद्गीता में भी है कि यह मरता नहीं है, मारता नहीं है और वह सर्वत्र रहता है, सभी जगह रहता और पहले भी था, आज भी और आगे भी रहेगा।
संघ प्रमुख का मौजूदा बयान हाल में तमिलनाडु की डीएमके सरकार के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के उस बयान का पलटवार माना जा रहा है, जिसमें उन्होंने सनातन को खत्म करने की बात कही थी। डॉ. भागवतन ने भक्त प्रह्लाद का उल्लेख कर कहा कि सनातन को तोड़ने के लिए एक सज्जन (हिरण्यकश्यप) निकले, संयोग से उनका बेटा ही सनातनी बना गया, लाख मनाया, लेकिन उसने छोड़ा नहीं, उसे आग में फेंका गया, चट्टान से गिराया गया, पानी में डूबोया, सनातन ने उसकी रक्षा की। उसके पिता ने हाथ में तलवार लेकर पूछा कहां-कहां सनातन, उसे बताया गया कि सभी जगह है, क्या पत्थर के खंभे में भी है। इसके बाद उनके मन में सनातन को नष्ट करने का विचार ही बदल गया।
डॉ. भागवत ने कहा कि भक्त प्रह्लाद की कहानी सब जानते हैं। सनातन के साथ हमें रहना है। सनातन के आधार पर दुनिया चलती है। सनातन धर्म ही हिन्दू राष्ट्र है। सारी संस्कृति सनातन का ही आधार है, सनातन भारत के साथ एकरूप है। इस अवसर पर गोरक्षपीठाधीश्वर एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बाबा रामदेव, बाबा बालकनाथ आदि मौजूद रहे।
साभार -हिस