उन्होंने कहा कि एक समय था खासकर गांवों में, मेलों में खेल गतिविधियां होती थीं, लेकिन बाद में यह चलन गायब होने लगा। स्कूलों ने भी बच्चों की खेल जरूरतों को अनदेखा करना शुरू कर दिया, लेकिन अब खेल संस्कृति को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है और इसमें आगे चलकर सांसद खेल महाकुंभ की बड़ी भूमिका होगी।
प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया कि प्रतियोगिता में शामिल युवा ओलंपिक सहित अन्य खेल प्रतियोगिताओं में भारत के विजेता खिलाड़ियों की विरासत को आगे बढ़ाएंगे। प्रधानमंत्री ने बताया कि देश का खेल मंत्रालय खिलाड़ियों की भलाई के लिए उनके स्वास्थ्य और पोषण दोनों का ध्यान रख रहा है। वर्तमान का बजट 2014 के मुकाबले तीन गुना है।
साभार- हिस
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