-
मुख्यमंत्री ने कहा – लोगों ने दुष्प्रचार के मुकाबले विकास को चुना
कोलकाता, पश्चिम बंगाल में उत्तर 24 परगना जिले के खड़दह, दक्षिण 24 परगना जिले की गोसाबा, नदिया जिले के शांतिपुर और कूचबिहार जिले के दिनहाटा विधानसभा के उपचुनाव में तृणमूल ने जीत दर्ज की है। तृणमूल की जीत पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि लोगों ने दुष्प्रचार के मुकाबले विकास का चुना है।
मंगलवरा सुबह चारों जिलों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतगणना शुरू हुई। दोपहर तक चारो स्थानों पर मतगणना पूरी हो गई है। तृणमूल कांग्रेस ने चारों विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की है। दिनहाटा में तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार उदयन गुहा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी और भाजपा के उम्मीदवार अशोक मंडल को एक लाख 64 हजार 089 वोटों के रिकार्ड अंतर से हराया है। उदयन गुहा को एक लाख 89 हजार 575 वोट मिले जबकि अशोक मंडल को महज 25 हजार 486 लोगों ने वोट मिले हैं।
वहीं, नदिया जिले के शांतिपुर विधानसभा सीट पर तृणमूल के ब्रजकिशोर गोस्वामी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के निरंजन विश्वास को 63 हजार 892 वोटों से हराया है। उत्तर 24 परगना जिले की खड़दह विधानसभा सीट पर ममता कैबिनेट के पूर्व मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने 93 हजार 832 वोटों से जीत दर्ज की है। दक्षिण 24 परगना जिले के गोसाबा में तृणमूल ने विधानसभा उपचुनाव में यहां सुब्रत मंडल को टिकट दिया था। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के पलाश राहा को एक लाख 43 हजार 051 वोटों से हराया। सुब्रत मंडल को एक लाख 61 हजार 474 जबकि पलाश राहा को सिर्फ 18 हजार 423 वोट मिले।
अपराह्न के बाद चुनाव परिणाम स्पष्ट होने पर तृणमूल सुप्रीमो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट कर सभी उम्मीदवारों को जीत की बधाई दी है। उन्होंने लिखा है कि चारों विजयी उम्मीदवारों को मेरी ओर से हार्दिक बधाई! यह जीत लोगों की जीत है, क्योंकि इससे पता चलता है कि बंगाल हमेशा ही दुष्प्रचार और नफरत की राजनीति के मुकाबले विकास और एकता को चुनेगा। लोगों के आशीर्वाद से, हम वादा करते हैं कि हम बंगाल को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाना जारी रखेंगे।
दरअसल, विधानसभा चुनाव में दिनहाटा विधानसभा से भाजपा सांसद निशिथ प्रमाणिक और शांतिपुर विधानसभा से भाजपा के एक और सांसद जगन्नाथ सरकार ने जी दर्ज की थी। बाद में राज्य में तृणमूल की सरकार बनने पर इन दोनों नेताओं ने सांसद बने रहने का फैसला किया और विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद इन दोनों सीटों पर उपचुनाव कराया गया था। इसके अलावा गोसाबा विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने वाले तृणमूल कांग्रेस के जयंत नस्कर और खड़दह विधानसभा से जीतने वाले तृणमूल उम्मीदवार काजल सिन्हा की मौत हो गई थी। इस वजह से इन दोनों सीटों पर उपचुनाव कराए गए हैं।
इस उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने महज छह महीने के भीतर गोसाबा और खड़दह से अपनी जीत बरकरार रखी है और भाजपा से दिनहाटा और शांतिपुर सीटें छीन ली है।
साभार-हिस