पटना/बांका, बिहार में बांका जिले के धोरैया प्रखंड अन्तर्गत खड़ौधा जोठा पंचायत के पोठिया गांव में शुक्रवार करमा पूजा के दौरान गहिरा नदी में नहाने गए पांच बच्चे नदी में डूब गए। इनमें से दो बच्चों को ग्रामीणों ने बचा लिया , जबकि तीन बच्चियां अब भी लापता है। इनकी मौत हो जाने की आशंका जताई जा रही है।
जिन बच्चों का शव नहीं मिला है उनमें सातवीं की छात्रा कोमल कुमारी (12) पिता आजाद साह, पांचवीं की छात्रा इनू कुमारी (11) पिता हेमेंद्र प्रसाद सिंह और नवोदय की छठी वर्ग की छात्रा अनुष्का कुमारी (12) पिता कुंदन सिंह शामिल हैं। इस दौरान शंभू मालाकार के दो बच्चे अमर कुमार (10 ) और अशिष्टिका कुमारी (8) को डूबने के बाद बचा लिया गया है।
ग्रामीणों के मुताबिक सभी बच्चे करमा पर्व को लेकर नदी में स्नान करने के लिए गए थे। तभी नहाने के दौरान नदी में डूब गए।इस घटना के बाद करमा पूजा पर परिवार की खुशियां मातम में बदल गई हैं। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। स्थानीय थाना पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई है। लापता बच्चों को ढूंढने के लिए गोताखोरों को बुलाया गया है। ग्रामीण भी लापता बच्चों को ढूंढने में लगे हैं।करमा पर्व को लेकर पोठिया गांव के 20 से 25 की संख्या में बच्चे गहिरा नदी में स्नान करने के लिए गए थे। नहाने के दौरान पांच बच्चे नदी के गहरे पानी में चले गए। पांचों को डूबते हुए देखकर अन्य बच्चों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनने के बाद स्थानीय लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और दो बच्चों को बचा लिया, लेकिन अन्य तीन का पता उन्हें नहीं चल पाया।अभी तक तीनों के शवों का पता नहीं चल पाया है।
धोरैया के सीओ हंसनाथ तिवारी ने बताया कि तीनों बच्चियों के शव को ढूंढने के लिए गोताखोर लगाया गया है। लेकिन अभी तक सफलता हाथ नहीं लगी है। शव मिलने के बाद पोस्टमार्टम प्रक्रिया पूरी की जाएगी। फिर कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद तीनों बच्चियों के परिजनों को आपदा मद के तहत चार-चार लाख रुपये सहायता राशि दी जाएगी।
साभार-हिस