शिमला, केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा तथा खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा के पूर्ण राज्यत्व के स्वर्ण जंयती सम्मान समारोह में कहा कि हिमाचल प्रदेश को आने वाले समय में देश का सिरमौर बनाएंगे। राज्य के निर्माण में पूर्व मुख्यमंत्री डा यशवंत सिंह परमार के उल्लेख को भुलाया नहीं जा सकता है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को 1971 से पूर्ण राज्य का दर्जा मिलने तक हमने जो भी सफर तय किया है, अब उससे आगे बढ़ना है। सभी राजनीतिक दल जनता का विचार लेकर इकट्ठे होकर काम करें। अनुराग ठाकुर ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि विधानसभा का सत्र चल रहा है, क्योंकि इस विशेष सत्र में मांगें भी उठाई जा रही हैं।
उन्होने नेता विपक्ष का बिना नाम लेते हुए कहा कि अगर गहराई में जाएंगे तो यह राजनीतिक कार्यक्रम बन जाएगा। आज यह देखने का समय है कि हमने क्या पाया है और भविष्य में हमने हिमाचल प्रदेश को सिरमौर बनाने के लिए क्या करना है।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि अगर आज इस मंच से उपलब्धियां उठाएंगे तो बात दूसरी दिशा में बढ़ जाएगी। हम सभी को आत्मनिर्भर भारत में योगदान देना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके लिए काम करे हैं।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पानी तो पहले भी था लेकिन घर घर नहीं पहुंचा। पनबिजली परियोजनाएं पहले भी थीं लेकिन लगाई क्यों नहीं गईं। प्रदेश में औद्योगिक पैकेज कौन लाया। यह बातें होंगी तो प्रदेश कैसे आगे बढ़ेगा।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि अगर कोविड प्रोटोकॉल में संभव हो सके तो स्कूलों और कॉलेजों के बच्चों को हिमाचल प्रदेश विधानसभा का पुस्तकालय दिखाया जाए और जो विधानसभा में नेताओं के स्तरीय भाषण हुए हैं, उनसे उनको रूबरू कराया जाए।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि आज हमें संकल्प लेना है कि हिमाचल प्रदेश को सिरमौर बनाने के लिए काम करना है। इसके लिए विधानसभा में क्या कुछ कमेटियों का गठन किया जा सकता है। जनता के सवाल लिए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि देश में स्वच्छता को छोड़ दिया गया था। महात्मा गांधी के बाद मोदी ने फिर स्वच्छता का बीड़ा उठाया है।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि हमने पिछली गलतियों को ध्यान में रखकर रेणुका बांध का अनुबंध किया है। इससे पहले विधानसभा के एक दिन के विशेष सत्र में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री ने हिमाचल रेजीमेंट और सेब के मुददे को उठाया था।
साभार-हिस