भुवनेश्वर. बंगाल की खाडी में इसी महीने के अंत तक और तीन निम्न दवाब का क्षेत्र बनने की संभावना है. इसके प्रभाव में ओडिशा में कई बार भारी बारिश का सामना करना पड़ सकता है. अभी हालही में बने निम्न दवाब के क्षेत्र के डीप डिप्रेशन में तब्दील होने के कारण ओडिशा में भीषण बारिश हुई है. सालों का बारिश का रिकार्ड टूट गया है. राज्य के कई हिस्सों में बुधवार को दोपहर तक मौसम साफ दिखा. लेकिन फिर एक अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों को पार कर करेगा. यह जानकारी विभिन्न विज्ञान केंद्रों जारी की है.
पहला निम्न दबाव का क्षेत्र 19 को
एनसीईपी-जीएफएस, ईसीएमडब्ल्यूएफ और आईआईटीएम-एमएमई जैसी प्रमुख मौसम एजेंसियों के नवीनतम पूर्वानुमान के अनुसार, 19 सितंबर को और उसके आसपास म्यांमार के तटों के बहुत करीब बंगाल की पूर्वोत्तर खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित होगा. पश्चिम और थोड़ा उत्तर की ओर अपना रुख करते हुए ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों की ओर निकलेगा. मॉडल एजेंसी का अनुमान है कि यह 20 सितंबर को सुबह की समय बालेश्वर-मेदिनीपुर के बीच से गुजरेगा. बताया गया है कि 19 सितंबर को बनने वाला ताजा कम दबाव का क्षेत्र ओडिशा पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं डालेगा. यह 20 सितंबर को बालेश्वर और दीघा के बीच की भूमि को पार कर जाएगा और झारखंड की ओर बढ़ेगा. यह सिर्फ निम्न दबाव के क्षेत्र में ही रहेगा, अवसाद में विकसित नहीं होगा. अभी तक अनुमान से पता चलता है कि इसके एक अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र तक बढ़ने की संभावना है.
20 को कई जिलों में होगी भारी बारिश
इस निम्न दबाव के क्षेत्र के बालेश्वर से झारखंड की ओर बढ़ने की संभावना है, इसलिए आने वाले सोमवार (20 सितंबर) को बालेश्वर, मयूरभंज, केंदुझर और भद्रक जिलों में बहुत भारी बारिश हो सकती है. पूर्वानुमान के अनुसार, जिलों में प्रति घंटे 3-4 मिमी की सीमा में वर्षा दर्ज की जाएगी, जबकि शेष तटीय जिलों और अन्य उत्तरी आंतरिक जिलों में 6 घंटे या लगभग 2 घंटे में 10 मिमी प्रति घंटा मिमी की कुल वर्षा दर्ज होने की भविष्यवाणी की गई है. वहीं ओडिशा में बारिश करीब 25-30 घंटे तक ही जारी रहेगी. 22 सितंबर से ओडिशा में आसमान साफ रहेगा.
दो और निम्न दबाव की संभावना
वर्तमान समुद्री परिस्थितियों के आधार पर बताया जा रहा है कि बंगाल की खाड़ी में सितंबर के अंतिम सप्ताह के दौरान दो नए निम्न दबाव के क्षेत्र बनने की संभावना है. पूर्वानुमान के अनुसार, एक कम दबाव का क्षेत्र उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटों के बहुत करीब खाड़ी में विकसित होगा. इसके प्रभाव में 27 और 28 सितंबर को ओडिशा में बारिश होगी.
इसके बाद 28 सितंबर को मध्य-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में एक और ताजा निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित होगा. इसके प्रभाव में 29-30 सितंबर को ओडिशा में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है.
बारिश का आंकड़ा
आईएमडी के अनुसार, 14 सितंबर तक ओडिशा में 252.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सितंबर (126.6 मिमी) में सामान्य वर्षा से दोगुनी है. इससे पहले राज्य में वर्ष 2020 में सबसे अधिक बारिश सितंबर में दर्ज हुई थी.
साल 1922 में 370 मिमी, 1945 में 383.7 मिमी, 1952 में 319 मिमी, 1954 में 366 मिमी, 1955 में 354 मिमी, 1956 में 324 मिमी, 1958 में 354 मिमी, 1961 में 404 मिमी, 1963 में 310 मिमी, 1972 में 326.7 मिमी, 1980 में 330.5 मिमी, 1985 में 332.1 मिमी, 1993 में 307.2 मिमी, 1994 में 322.9 मिमी, 2007 में 408.7 मिमी, 2011 में 420 मिमी (ओडिशा ने इतिहास में सबसे भीषण बाढ़ दर्ज की थी), 2014 में 304.5 मिमी, 2018 में 286.3 मिमी, 2020 में 339.9 मिमी बारिश हुई थी.