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आस्था कुंज डिस्ट्रिक्ट पार्क की अव्यवस्था का शिकार हुआ संतनगर

  • आरडब्ल्यूए के शिकायत पर डीडीए के उपनिदेशक ने किया दौरा, अविलंब कार्रवाई का आश्वासन

नई दिल्ली। दक्षिण दिल्ली के संतनगर का पश्चिमी हिस्सा इन दिनों डीडीए द्वारा बनाए गए आस्था कुंज डिस्ट्रिक्ट पार्क की अव्यवस्था का शिकार हो रहा है। पार्क में बनी वाटर बॉडीज यानी जल संचयन केंद्रों के ओवरफ्लो होने तथा उसके बांध के टूटने के कारण संतनगर इन दिनों पानी पानी है। RWA के अध्यक्ष सरदार जसबंत सिंह द्वारा शिकायत के बावजूद कोई कार्यवाही ना होना, बेहद चिंताजनक है। कॉलोनी वासियों का कहना है कि डीडीए अधिकारी नहीं जागे तो हमें सड़कों पर आने को मजबूर होना पड़ेगा।

विस्तृत जानकारी देते हुए आर डब्लू ए के प्रवक्ता श्री वीके बंसल ने बताया कि तीन-चार दिनों से न सिर्फ नेहरू प्लेस मेट्रो स्टेशन भवन और आस्था कुंज का पानी सन्त नगर के घरों में घुस रहा है और बेसमेंट को लबालब कर रहा है अपितु, सीवर को चॉक करते हुए अंदर की गलियों को जाम कर रखा है। आने जाने वाले लोग बेहद परेशान हैं। पार्क के अंदर भी बड़ी संख्या में पेड़ों के टूटने और वॉकिंग ट्रैक के जर्जर हाल पर भी स्थानीय निवासियों ने चिंता व्यक्त की है।

आर डव्लू ए के उपाध्यक्ष श्री अजय झा ने बताया कि गत 10 सितंबर को हमारी आर डब्लू ए द्वारा एक पत्र डीडीए को भेजा गया था। इसमें उनसे कॉलोनी में घुस रहे पानी को रोकने की मांग की थी। ऐसा ही एक पत्र स्थानीय सांसद, विधायक व निगम पार्षद को भी भेज करके अपनी समस्याओं से अवगत उन्हें भी कराया था। किंतु दुर्भाग्य से अभी तक कोई कार्यवाही धरातल पर नहीं दिखी।

आज प्रातःकाल जब कॉलोनी के पीआर श्री बंसल पाक के भ्रमण के लिए निकले तो स्थिति की गंभीरता को देखते हुए डीडीए के निदेशक हॉर्टिकल्चर को फोन कर सूचना दी। इस पर लगभग 1 घंटे के अंदर ही डीडीए के डिप्टी डायरेक्टर हॉर्टिकल्चर मौके पर अपने कुछ अधिकारियों के साथ पहुंचे और लगभग एक घंटे मंत्रणा कर संपूर्ण पार्क का दौरा भी किया। इसी दौरान स्थानीय निवासी भी बड़ी संख्या में एकत्र हो गए। अधिकारियों को नेहरू प्लेस मेट्रो स्टेशन के नीचे बने एपीक्यूरिया द्वारा वेस्ट वाटर के डिस्चार्ज, दिल्ली जल बोर्ड के पाइपलाइन के लीकेज तथा बरसात के पानी के संचयन के लिए बनी वाटर बॉडीज तथा वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की कमियों से अवगत कराया।

वाटर हारबेस्टिंग सिस्टम व वॉटर बॉडीज यदि ठीक से बनी होतीं तो ना तो कॉलोनी को नुकसान होता और ना ही पार्क में मिट्टी -पानी का कटाव होता। पार्क में पानी और मिट्टी का कटाव अनवरत रूप से जारी है जिसके कारण कॉलोनी के निवासियों के मकान उनकी नींव तथा राह वेहद खतरनाक स्थिति में आ पहुंची हैं। अधिकारियों ने अविलंब कार्रवाई कर स्थिति पर नियंत्रण व नुकसान की मरम्मत कर टूटे पड़े पेड़ों को अविलंब मार्ग से हटाने के लिए भी आश्वासन दिया। कॉलोनी वासियों का कहना है कि यदि कार्रवाई में देरी हुई तो हमें सड़कों पर आने को मजबूर होना पड़ेगा।

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