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वर्ष 2019-20 में पूर्व तट रेलवे ने रचा इतिहास

  • महाप्रबंधक विद्या भूषण ने स्वतंत्रता दिवस पर दी शुभकामनाएं

  • जोन की उपलब्धियों को गिनाया, सहयोग की अपील की

भुवनेश्वर. पूर्व तट रेलवे के महाप्रबंधक विद्या भूषण ने इकोर परिवार को 74वें स्वतंत्रता दिवस के इस पावन अवसर पर सभी के लिए अपार प्रसन्नता, सुस्वास्थ्य एवं समृद्धि की कामना की है. उन्होंने पूर्व तट रेलवे के प्रदर्शन की जानकारी देते हुए कहा कि वर्ष 2019-20 में पूर्व तट रेलवे ने कार्य निष्पादन के कई मापदंडों पर अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल की है जो राष्ट्रीय संपत्ति एवं व्यक्तिगत उन्नति में योगदान है. सभी 17 जोनों में पहली बार 200 मिलियन टन से अधिक माल का लदान कर हमने इतिहास रचा है. हमने 51.34% परिचालन अनुपात प्राप्त कर भी सभी 17 जोनों में अग्रणी होने का इतिहास रचा है. हमने सभी 17 जोनों में सर्वाधिक रू.21,703 करोड़ का अर्जन किया है. पिछले वर्ष की तुलना में हमने कार्यर्कारी खर्च 2% घटाकर कुल रू.9098 करोड़ रूपये कर दिया है. हमने स्क्रैप की बिक्री से 269 करोड़ रूपए अर्जित की जो पिछले साल की तुलना में 45% अधिक है. चोरी हुई संपत्ति की बरामदगी पिछले वर्ष के 34% की तुलना में इस वर्ष दोगुनी होकर 67% हो गयी. हमने पिछले वर्ष की तुलना में 36% इन्वेंटरी टर्नर्-ओवर अनुपात को घटाकर 16% किया, जिससे स्टॉक सामग्री में धन का अवरूद्ध होना कम हुआ.

दुर्घटना का संरक्षा निष्पादन उत्कृष्ट रहा

उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की भांति पूर्व तट रेलवे की प्रति मिलियन ट्रेन किलोमीटर पर 0.03 दुर्घटना का संरक्षा निष्पादन उत्कृष्ट रहा. हमारे समय पालन में 6% से  77.6% तक सुधार हुआ, जिसमें यात्री ट्रेनों के समय पालन में 13% का सुधार भी शामिल है.

हमारी परिसंपत्तियों के अनुरक्षण के उत्कृष्ट निष्पादन  द्वारा संरक्षा सुनिश्चित की जा सकी. 361 किमी के लक्ष्य के तहत अब तक का सर्वश्रेष्ठ सीटीआर 456.737 किमी का कार्य पूरा किया जा सका.  रेल फ्रैक्चर 44% तक कम हुए. पिछले वर्ष की तुलना में 46% से घटकर अप्रभावी वैगनों को 0.77% तक कम किया गया. इसके अतिरिक्त, हमने क्लोज्ड सर्किट रेक की संख्या 73% बढ़ायी है, जो पिछले साल की तुलना में 161 से बढ़कर 278 हुई है.

32 किलोमीटर नई लाइनों का निर्माण किया

पूर्व तट रेलवे ने 146 आरकेएम के लक्ष्य की तुलना में 159 आरकेएम विद्युतीकरण द्वारा परिसंपत्ति निर्माण प्रक्रिया का कार्य जारी रखा है. हमने अपना 100% लक्ष्य प्राप्त कर 32 किलोमीटर नई लाइनों का निर्माण किया है. हमने 82.28 किलोमीटर दोहरी लाइन जोड़ी है. आपको यह बताते हुए मैं गौरवान्वित हूं कि हमने इस वर्ष नई एवं दोहरी लाइन के निर्माण में निधि का 102% राशि रू.2550.62 करोड़ का उपयोग करते हुए परियोजना की कोई निधि सरेंडर नहीं की. हमने जीपीडबल्यूआईएस योजना के तहत 23 संख्यक वैगन रेक, एलडबल्यूआईएस योजना के तहत 2 संख्यक रेक एवं एसएफटीओ योजना के तहत 2 संख्यक रेक जोड़े हैं. कार्य प्रणाली को बेहतर बनाने एवं कार्य लागत को कम करने के लिए नई खोज के तहत थ्रू-पुट को बढ़ाने हेतु संबलपुर मंडल के  बरगढ़ रोड–बरपाली सेक्शन में एकल लाइन पर पहली बार इंटरमीडिएट ब्लॉक सिस्टम की शुरूआत की गयी. भारतीय रेलवे में हमने पहली बार तीन डबल्यूएजी 9 लोकोमोटिव को उनके सॉफ्टवेयर नवीकरण के साथ एक साथ जोड़ा. इससे हमें किरंडुल–कोत्तवलसा सेक्शन के खड़ी ढाल वाले क्षेत्र में माल गाड़ियों को पीछे से सहारा देने वाले पूर्ण भार वाले अतिरिक्त इंजनों की आवश्यकता नहीं हुई. हमारी ऊर्जा संरक्षण की पहल ने पूतरे के लिए 16,871 ईएससीईआरटीएस अर्जित किए हैं, जो कार्बन विनिमय पर व्यापार योग्य हैं.

प्लास्टिक सहित सभी प्रकार के कचरे का उपयोग में आगे

उन्होंने कहा कि समग्र भारतीय रेल में हम एकमात्र जोन हैं, जिसने मंचेश्वर में शून्य अवशेष अपशिष्ट उपचार संयंत्र स्थापित किया जो डीजल तेल, पानी, गैस और जैविक खाद की आपूर्ति करने के लिए प्लास्टिक सहित सभी प्रकार के कचरे का उपयोग करता है. हमने विशाखापट्टनम में हवा से पानी के निर्माण के लिए पहला संयंत्र स्थापित किया. जब कोविद-19 महामारी ने पूरी दुनिया को एक अकस्मात वज्रपात की तरह चोट पहुँचाई, तो पूर्व तट रेलवे ने इस अदृश्य दुश्मन को डटकर चुनौती दी. हम पहले जोन थे, जिसने संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए ट्रेनों से पर्दे और बेडरोल निकालने का काम किया. हमने ही पहली बार बायो-मेट्रिक उपस्थिति एवं लोको पायलट तथा गार्डों की सांस-विश्लेषक परीक्षणों को स्थगित किया.

कोरोना संक्रमण रोकने के लिए उठाये कई कदम

उन्होंने कहा कि हमने प्लेटफार्मों पर भीड़ को रोकने एवं संक्रमण के न्यूनतम प्रसार के लिए सर्वप्रथम प्लेटफार्म टिकटों की ब्रिक्री को बंद किया. अपने यात्रियों और कार्यरत कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए, हमने पीपीई सूट, दस्ताने, फेस मास्क, दवाइयां, वेंटिलेटर, चिकित्सा उपभोग्य वस्तुएं आदि जैसे कोविड-19 सुरक्षात्मक मदों के स्टॉक निर्माण हेतु अपनी खरीद प्रक्रिया को त्वरित किया. अस्पताल के बिस्तर, ट्रॉलियों, आईवी स्टैंड आदि जैसी वस्तुओं के निर्माण के लिए बाजार में उपलब्धता के संकट का अंदाजा लगाते हुए विविध प्रतिष्ठानों में फेस मास्क और शील्ड का उत्पादन तेजी से शुरू किया गया. हम हैंड सैनिटाइजर के निर्माण के लिए ड्रग कंट्रोलर्स लाइसेंस प्राप्त करने वाले भी पहले जोन हैं. हमारे अन्वेषक यहीं नहीं रूके, बल्कि हैंड सैनिटाइजर डिस्पेंसर और वॉश बेसिन तैयार किए जो स्टशनों और कार्यस्थलों पर स्थापित किए गए.

संकट में उम्मीद की किरण को पहचान कर तेजी से रास्ता बदला

महाप्रबंधक ने कहा कि हमने कोविद-19 के संकट में उम्मीद की किरण को पहचान कर तेजी से रास्ता बदला. हमने दवाओं, पलों, सब्जियों, अंडों, मुर्गीपालन एवं अन्य आवश्यक सामानों को एक स्थान से दूसरे स्थानों तक पहुँचाने के लिए फास्ट पार्सल ट्रेनों को चलाने का फैसला किया. हमने खाद्यान्न, पीओएल उत्पादों आदि को ले जाने के लिए माल गाड़ियों की गति बढ़ायी. कर्मचारियों को सभी कोविद-19 प्रोटोकॉल यथा-फेस मास्क और शील्ड, हैंड सैनिटाइजर आदि की आपूर्ति कराके संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सक्षम बनाया गया. प्रवासियों एवं बाहर फंसे हुए व्यक्तियों को अपने घर लाने वाली विशेष श्रमिक ट्रेन हमारे जोन में आयीं. पूर्व तट रेलवे ने भी व्यक्तियों को दूसरे राज्यों में उनके घरों तक पहुंचाने में मदद करने के लिए गाड़ियों का प्रेषण किया. राज्य सरकार से प्राप्त सक्रिय सहयोग से प्रत्येक यात्रीr को कोविद-19 संक्रमण को रोकने के प्रोटोकॉल के अनुरूप सक्षम बनाया गया. लॉकडाउन के दौरान पूर्व तट रेलवे ने रेलवे स्टेशनों के करीब एवं अन्य स्थानों पर रहने वाले 2.3 लाख जरूरतमंद व्यक्तियों के बीच भी भोजन पैकेट का वितरण किया.

पूर्व तट रेलवे ने लॉकडाउन का उपयोग कोविद बाधाओं के दौरान परिसंपत्ति के रखरखाव और परियोजना निष्पादन को तीव्र करने के लिए किया. संरक्षा प्रामाणिकता जांच द्वारा 38 स्टेशनों पर सिग्नलिंग प्रणाली का रख-रखाव किया गया एवं 161 संख्यक प्वाइंट मशीनों आदि को बदला गया.

ट्रेनों की गति को बढ़ाने के लिए 11 स्थायी गति प्रतिबंधों को हटाया गया, 253 कि.मी. ट्रैक नवीकरण का कार्य किया गया. 05 समपार फाटकों को बंद किया गया, 20 एलएचएस की शुरूआत की गई एवं 55 पुराने पुलों का पुनर्निमाण किया गया.

इसके अतिरिक्त, 350 क्रॉसओवर सहित दोनों अप एवं डाउन पॉवर ब्लॉक का निरीक्षण एवं समायोजन किया गया. ओएचई के 750 टीकेएम के लिए मुख्य अनुरक्षण अनुसूची को पूरा किया गया. कोविद बाधाओं के बावजूद, अप्रैल-जून 2020 में पूर्व तट रेलवे ने सभी जोनों में सर्वोच्च 41.20 मिलियन टन माल का लदान किया.

खिलाड़ियों ने हमें गौरवान्वित किया

उन्होंने कहा कि 2019-20 में खिलाड़ियों ने हमें गौरवान्वित किया. सुश्री झिलि दलबेहरा ने दक्षिण कोरिया में आयोजित एशियन भारोत्तोलन चैंपियनशिप में तीसरा स्थान प्राप्त किया एवं नेपाल में आयोजित दक्षिण एशियन फेडरेशन खेल में प्रथम स्थान प्राप्त किया. विश्व रेलवे वॉली बॉल चैंपियनशिप, 2019 में हमारे वॉली बॉल खिलाड़ी श्री अमन कुमार ने भारतीय रेलवे का प्रतिनिधित्व किया एवं स्वर्ण पदक जीता.

बिलासपुर में हाल ही में संपन्न 19 वें अखिल भारतीय जंबोरे में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के माध्यम से प्रशंसा हासिल की.

पूर्व तट रेलवे महिला कल्याण संगठन की सराहना की

पूर्व तट रेलवे महिला कल्याण संगठन ने महिलाओं के लिए स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पर अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया. इसने चक्रवात फनी राहत गतिविधियों में सराहनीय योगदान दिया. हमारे सिविल डिफेंस संगठन कोविड प्रोटोकॉल पर जागरूकता अभियान चला रहे हैं एवं ट्रेन से यात्रियों के चढ़ने व उतरने के क्रम में थर्मल स्क्रीनिंग, सैनिटाइजेशन एवं कोविड प्रोटोकॉल के पर्यवेक्षण के तहत सहायता प्रदान कर रहे हैं. हर प्रयास में कार्य निष्पादन के उच्च लक्ष्य प्राप्त के लिए हम में से प्रत्येक के धैर्य, दृढ़ संकल्प, कड़ी मेहनत एवं साहस की गाथा ही पूर्व तट रेलवे की उपलब्धियां हैं. यह साहस एवं दृढ़ता हमारे परिवारों के बेहिचक समर्थन से ही ऊर्जावान है. आप लोगों को यह बताने में मुझे हर्ष है कि पूर्व तट रेलवे प्रशासन को इस शानदार कार्य निष्पादन एवं कोविद-19 युद्ध से निपटने हेतु हमारे कर्मचारियों के प्रयासों को दिशा प्रदान करने में हमारे यूनियनों एवं संघों का अटूट सहयोग एवं समर्थन प्राप्त हुआ है.

कोवि योद्धाओं को सलाम करें

अंत में उन्होंने सभी से अनुरोध किया कि हमारे कोविद योद्धाओं को सलाम करें. हमारे डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिक्स, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, अधिकारीr एवं कर्मचारी, हमारे ठेकेदार के कर्मचारी एवं हमारे आपूर्तिकर्ता, जिन्होंने अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों सहित पूर्व तट रेलवे  को कोविद-19 से बचाने, इलाज एवं पोषण करने में सक्षम बनाया है. उन्होंने अपने व अपने परिजनों के जीवन को जोखिम में डालते हुए ऐसा करना निरंतर जारी रखा. उन्होंने निवेदन किया कि आपलोग मेरे साथ खड़े होकर तालियों के साथ उनका मनोबल बढाएं.

 

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