Home / Odisha / 27 से खुलेगा लिंगराज मंदिर, तीन जनवरी से सभी भक्तों को मिलेगी दर्शन की अनुमति

27 से खुलेगा लिंगराज मंदिर, तीन जनवरी से सभी भक्तों को मिलेगी दर्शन की अनुमति

लिंगराज मंदिर की फाइल फोटो.

हेमन्त कुमार तिवारी, भुवनेश्वर

राजधानी क्षेत्र स्थित लिंगराज मंदिर 27 दिसंबर से चरणबद्ध तरीके से खुलेगा. इसके लिए भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) ने अनुमति दे दी है. हालांकि 27 दिसंबर से 31 दिसंबर तक केवल सेवायतों और उनके परिवार के सदस्यों को मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी. इस दौरान कोविद-19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जायेगा. शुक्रवार शाम को जारी किए गए अपने आदेश बीएमसी ने कहा है कि मंदिर एक और दो जनवरी 2021 को किसी को दर्शन की अनुमति नहीं होगी. तीन जनवरी से पांच जनवरी तक मंदिर केवल भुवनेश्वर के निवासियों के लिए खुला रहेगा. भक्तों को मंदिर में प्रवेश करने के लिए अंतिम पाँच दिनों के दौरान प्राप्त कोविद-19 नकारात्मक रिपोर्ट दिखानी होगी. 6 जनवरी, 2021 से पूरे भारत के भक्तों को लिंगराज मंदिर में जाने की अनुमति दी जाएगी. 31 जनवरी, 2021 तक सिंघद्वार से अदाकथा तक एक समय में अधिकतम 500 व्यक्तियों को अनुमति दी जाएगी. नगर आयुक्त प्रेम चंद चौधरी ने कहा कि धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति देने के लिए नगर निगम आयुक्तों को अधिकृत किया गया है. ओडिशा सरकार के आदेश के बाद इस संबंध में 15 दिसंबर को भगवान श्री लिंगराज मंदिर के संबंधित हितधारकों के साथ एक परामर्श बैठक आयोजित की गई थी. 31 जनवरी 2021 तक सहन दर्शन और गर्वगृह दर्शन पर पूरी तरह से प्रतिबंध होगा. 31 जनवरी के बाद कोरोना की स्थिति के आंकलन के भक्तों की अधिकतम संख्या पर फैसला किया जायेगा. जनता के साथ सीधे संपर्क में आने वाले जैसे कि सेवायत, ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी, फूल विक्रेता, समर्थ सेवक आदि का एंटीजेन टेस्ट किया जायेगा. मंदिर के बाहर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बीएमसी आवश्यक बैरिकेडिंग करेगी और पुलिस को सौंप देगी. मंदिर के पास एंटीजेन टेस्ट सेंटर और थर्मल स्क्रीनिंग सेंटर बनाये जायेंगे, जो 3 जनवरी से 15 जनवरी तक सुबह 7 से रात 10 बजे तक खुले रहेंगे. मंदिर आने वाले सभी भक्तों को हर समय उचित रूप से मास्क पहनना होगा. एक-दूसरे भक्त के बीच छह फीट की सामाजिक दूरी रखनी होगी. भक्तों के लिए हाथ धोने और हैंड सेनिटाइज़र की सुविधा मंदिर ट्रस्ट द्वारा प्रवेश और निकास बिंदुओं पर प्रदान की जाएगी. परिसर के अंदर और बाहर थूकना प्रतिबंधित होगा. पान और गुटखा चबाना सख्त वर्जित होगा. कोरोना के लक्षण वाले भक्तों को मंदिर के अंदर प्रवेश की अनुमति नहीं होगी. अन्य कमजोर लोगों के समूह जैसे सह-रुग्णता वाले व्यक्ति, बूढ़े व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं या 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को मंदिर में न जाने की सलाह दी गयी है. विदेश से लौटे भक्तों को मंदिर में प्रवेश से पहले संगरोध या अलगाव के प्रोटोकॉल का पालन करना होगा. इस दौरान कोविद नियमों की अनदेखी करने पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी.

Share this news

About desk

Check Also

बालेश्वर सदर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा का चुनाव प्रचार हुआ तेज

मानस दत्त ने नपा के वार्ड नंबर 11 और नयाबाजार में घर-घर जाकर लोगों से …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *