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विमसार के आइसोलेशन वार्ड में और तीन कोरोना संक्रमितों का निधन

  • 130 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान

  • संबलपुर डीएम पर लगा कोविद का इलाज कर रहे डाक्टर से गलत व्यवहार का आरोप

  • मुख्यमंत्री से शिकायत, ठोस से ठोस कार्रवाई की मांग

राजेश बिभार, संबलपुर

वीर सुरेन्द्र साय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च के आइसोलेशन वार्ड में और तीन कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई. मृतकों में से बरगढ़ के दो वृद्ध एवं सोनपुर की एक वृद्ध महिला शामिल हैं. प्रशासन की ओर से पारंपरिक तरीके से उन तीनों शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है. इस बीच गुरुवार को संबलपुर जिला में पुन: 130 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान की गई है. उनके से कुछ मरीजों को उनके निवास पर ही आइसोलेशन कर दिया गया है, जबकि अन्य मरीजों को संबलपुर कोविद सेंटर स्थानांतरित कर दिया गया है. इसी के साथ आजतक संबलपुर जिला में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढक़र 5 हजार 304 हो गई है.

इधर, संबलपुर डीएम शुभम सक्सेना पर शहर के प्रसिद्ध डाक्टर कांचन राय के साथ गलत व्यवहार करने का आरोप सामने आया है. संबलपुर विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष जयव्रत दे ने इस मामले को गंभीरता से लिया है. उन्होंने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को पत्र प्रेषित कर डीएम के खिलाफ ठोस से ठोस कार्रवाई की मांग की है. मुख्यमंत्री को प्रेषित पत्र में दे ने लिखा है कि प्रशासनिक उदासीनता के कारण संबलपुर कोविद सेंटर में दर्जनों कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई है. इलाज में कोताही बरते जाने के कारण मौत का सिलसिला बदस्तुर जारी है. इस गंभीर परिस्थितियों को देखते हुए शहर के प्रसिद्ध डाक्टर कांचन राय ने अपनी प्राईवेट प्रेक्टिस छोडक़र कोविद मरीजों के इलाज का मन बनाया और लगातार वे कोविद मरीजों को अपनी सेवा दे रहे हैं. विडंबना का विषय यह है कि कोविद नियंत्रण के लिए बुलायी गयी एक उच्चस्तरीय बैठक में डीएम शुभम सक्सेना ने अपनी महत्वकांक्षाओं का परिचय दिया और डा. कांचन राय के साथ दुर्व्यवहार किया. पत्र में आगे दे ने लिखा है कि डीएम का यह व्यवहार निंदनीय है. इस घटना ने डीएम के रवैए को साफ कर दिया है. डीएम के इस व्यवहार से प्रदेश सरकार की छवि भी खराब हो रही है. साथ ही कोरोना से संग्राम कर रहे डॉक्टर समूहों की नाराजगी बढ़ रही है. इन हालातों में प्रदेश सरकार इस मामले पर हस्तक्षेप करे और डीएम को अपने रवैए पर बदलाव की नसीहत प्रदान करे. इस सिलसिले में हमने डीएम सक्सेना से भी फोन पर उनका विचार जानने का प्रयास किया, किन्तु व्यस्तता के कारण उनसे संपर्क नहीं हो पाया.

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