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ओडिशा में चुनाव पूर्व कांग्रेस को लगा बड़ा झटका

  • राजनगर के पूर्व विधायक तथा अनुगूल जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा

  • कुछ दिन पहले पूर्व विधायक निहार महानंद ने छोड़ी थी पार्टी

भुवनेश्वर। इस साल होने वाले आम चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी की ओडिशा इकाई को एक बड़ा झटका लगा है। पार्टी के दो दिग्गज नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है। राजनगर के पूर्व विधायक पूर्व विधायक अंशुमान मोहंती तथा अनुगूल जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष ने बुधवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया।

साल 2014 से 2019 तक केंद्रापड़ा जिले के राजनगर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले पूर्व विधायक ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता के साथ-साथ केंद्रापड़ा जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा दे दिया। मोहंती ने अपना इस्तीफा पीसीसी अध्यक्ष शरत पटनायक को भेजा। इस्तीफे में उन्होंने कहा है कि मैं तत्काल प्रभाव से कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा देता हूं। इसे केंद्रापड़ा जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से मेरा इस्तीफा भी माना जा सकता है। मैं इस अवसर पर कांग्रेस पार्टी के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को उस तरह के सहयोग के लिए धन्यवाद देता हूं, जो उन्होंने कांग्रेस पार्टी के साथ मेरे जुड़ाव के दौरान मुझे दिया था। सूत्रों के अनुसार, अंशुमान केंद्रापड़ा जिले में कांग्रेस के एक मजबूत युवा नेता थे। हालांकि, उनके पार्टी छोड़ने के पीछे का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है।

इधर, अनुगूल के राजनीतिक क्षेत्र में जाना-माना चेहरा और जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष विप्लव जेना ने मंगलवार को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र भेजकर अपने इस्तीफे की जानकारी दी। पत्र में उन्होंने कहा कि पार्टी में रहते हुए उन्हें अनुगूल और ओडिशा के लोगों को आवश्यक सेवा प्रदान करने की अपनी जिम्मेदारी निभाने में कठिनाई हो रही है।

30 साल तक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्राथमिक सदस्य रहे विप्लव ने अपने पत्र में संकेत दिया है कि वह किसी अन्य पार्टी में शामिल होकर साफ-सुथरी शुरुआत कर सकते हैं। उन्होंने लिखा कि नई शुरुआत की ओर देखना सबसे अच्छा है जो मेरे सहयोगियों और मेरे साथ के लोगों के सपने को पूरा कर सके। ऐसे समय में जब कांग्रेस मोहम्मद मोकिम और चिरंजीव बिस्वाल जैसे निलंबित वरिष्ठ नेताओं को वापस लाकर मजबूत होने की कोशिश कर रही है, विप्लव जेना और पूर्व विधायक के इस्तीफे को पार्टी के जिला स्तरीय संगठन के लिए एक झटके के रूप में देखा जा रहा है।

इससे पहले कुछ दिन पहले अताबिरा के पूर्व कांग्रेस विधायक निहार महानंद ने कांग्रेस छोड़ दी थी। महानंद ने अपना इस्तीफा एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजा था। लोकसभा के साथ-साथ विधानसभा के चुनाव नजदीक आने के साथ ही कई नेताओं का पार्टी से जाना राज्य में कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ी चिंता का विषय बन गया है।

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