Home / Odisha / ओडिशा में एक नौकरशाह ने समूचे शासन का किया अपहरण

ओडिशा में एक नौकरशाह ने समूचे शासन का किया अपहरण

  • भुवनेश्वर की सांसद अपराजिता षाड़ंगी ने राज्य सरकार पर साधा निशाना

  • कई गंभीर आरोप लगाए, नौकरशाही के नियमों का उल्लंघन गिनाया

हेमन्त कुमार तिवारी, भुवनेश्वर।

भाजपा की वरिष्ठ नेता और भुवनेश्वर से सांसद अपराजिता षाड़ंगी ने आज शनिवार को ओडिशा सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि राज्य में एक नौकरशाह ने समूचे शासन का अपहरण कर लिया है।

5-टी सचिव वीके पांडियन का नाम लिये बिना षाड़ंगी ने सवाल किया कि क्या राजनीतिक कार्यपालिका कमान में है या इसे एक नौकरशाह ने हाईजैक कर लिया है। उन्होंने प्रश्न किया कि क्या मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने एक सचिव स्तर के नौकरशाह को ओडिशा के विभिन्न हिस्सों में परियोजनाओं की घोषणा करने के लिए अधिकृत किया है, जबकि निर्वाचित विधायक, सांसद और मंत्री उन बैठकों में या तो दर्शक हैं या अनुपस्थित हैं?

राज्य के बाहर उड़ रहा मजाक

उन्होंने कहा कि अब तक मैं इस मुद्दे के बारे में खुलकर बात नहीं कर रही थी, क्योंकि मुझे लगता था कि विशिष्ट नौकरशाहों के बारे में बात करना राजनीतिक प्रतिनिधियों के लिए अच्छा नहीं है। हालांकि, ओडिशा में चीजें इस स्तर पर आ गई हैं कि राज्य के बाहर के लोग ओडिशा में जो चल रहा है, उसका मजाक उड़ा रहे हैं।

नौकरशाह कर रहे हैं घोषणा, जनप्रतिनिधि मूकदर्शक

सांसद षाड़ंगी ने कहा कि सचिव स्तर का नौकरशाह सरकारी विमान से दौरे कर रहा है, सार्वजनिक समारोहों में हिस्सा ले रहा है और सार्वजनिक स्वागत कर रहा है। उक्त अधिकारी कथित रूप से करोड़ों की परियोजनाओं की घोषणा कर रहे हैं, जबकि प्रदेश में जनप्रतिनिधि मूकदर्शक की तरह तमाशा देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी नई परियोजनाओं की घोषणा करते हुए यह सब दावा करता है कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर करते हैं।

आचरण नियमों का स्पष्ट उल्लंघन

सांसद ने आरोप लगाया कि मैंने नौकरशाहों को राजनीतिक अर्थों में भाषण देते, बैठकों में भाग लेते देखा है। यह सेवारत अधिकारी द्वारा आचरण नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है।

नियमों का दिया हवाला

उन्होंने बताया कि क्या कहते हैं ऑल इंडिया सर्विसेज कंडक्ट रूल्स?

नियम 5 राजनीति और चुनाव में भाग लेना-5(1) सेवा का कोई भी सदस्य राजनीति में भाग लेने वाले किसी भी राजनीतिक दल या किसी संगठन का सदस्य नहीं होगा, या उससे अन्यथा जुड़ा नहीं होगा, और न ही वह इसमें भाग लेगा, या किसी भी राजनीतिक आंदोलन या राजनीतिक गतिविधियों के लिए किसी अन्य तरीके से सहायता करे।

 

नियमावली का नियम 12 : आचरण नियमावली का एक अन्य नियम भी है, जिसका उक्त अधिकारी द्वारा खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। सरकारी सेवकों के सम्मान में सार्वजनिक प्रदर्शन – 12(1) सेवा का कोई भी सदस्य कोई भी प्रशंसात्मक या विदाई भाषण प्राप्त नहीं करेगा या कोई प्रशंसापत्र स्वीकार नहीं करेगा या उसके सम्मान में आयोजित किसी बैठक या मनोरंजन में भाग नहीं लेगा।

जनादेश को हाईजैक करने की कोशिश

सांसद षाड़ंगी ने कहा कि मुझे लगता है कि बीजद में राजनीतिक नेतृत्व के कमजोर होने और पार्टी पर उनकी पकड़ में कमी के कारण ओडिशा के लोग राजनीतिक जनादेश को हाईजैक करने की कोशिश कर रहे एक नौकरशाह का तमाशा देखने के लिए मजबूर हो रहे हैं। या तो मुख्यमंत्री नवीन पटनायक इस बात से अनभिज्ञ हैं कि उक्त नौकरशाह द्वारा क्या किया जा रहा है, या मुख्यमंत्री बीजद के राजनीतिक नेताओं को खुद को एक नौकरशाह के अधीन करने के लिए मजबूर कर रहे हैं।

सरकारी नौकरी छोड़ राजनीति में आने की चुनौती

षाड़ंगी भुवनेश्वर की सांसद अपराजिता षाड़ंगी ने खुली चुनौती दी कि अगर अधिकारी की राजनीतिक महत्वाकांक्षा है, तो उसे सरकारी नौकरी छोड़कर राजनीति में आना चाहिए। सरकार से वेतन लेना और भव्य स्वागत की चाह साथ-साथ नहीं चल सकते।

सीएमओ में टॉप-3 अधिकारी दक्षिण भारत से हैं

सासंद अपराजिता षाड़ंगी ने कहा कि सीएम कार्यालय (सीएमओ) के सबसे वरिष्ठ अधिकारी सभी गैर-ओड़िया हैं। उन्होंने पूछा कि क्या आजादी के बाद से कोई ऐसी घटना हुई है, जब सीएमओ के शीर्ष-3 सेवारत अधिकारियों में से एक भी ओड़िया अधिकारी ओडिशा से संबंधित मुद्दों और मामलों पर मुख्यमंत्री की सहायता और सलाह देने के योग्य नहीं पाया गया है?

सांसद षाड़ंगी ने कहा कि विशेष रूप से सीएमओ के शीर्ष-3 अधिकारी सभी दक्षिण भारत से हैं।

कॉरपोरेट समूहों का बढ़ता प्रभाव संयोज या साजिश

सांसद षाड़ंगी ने सीएमओ के शीर्ष-3 अधिकारियों के दक्षिण भारत से होने को लेकर एक सवाल खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि ओडिशा के विभिन्न क्षेत्रों में दक्षिण भारतीय कॉरपोरेट समूहों का बढ़ता प्रभाव एक संयोग है या यह जानबूझकर किया गया है।

Share this news

About admin

Check Also

धर्मेन्द्र प्रधान ने प्रदीप माझी के खिलाफ कार्रवाई की मांग

भुवनेश्वर। केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह का फेक वीडियो दिखा …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *