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भीषण चक्रवात से अशांत समुद्र में छह नाव पलटी, बाल-बाल बचे 60 मछुआरे

  •  बार-बार की चेतावनी के बावजूद मछली पकड़ने गये थे समुद्र में

  •  अशांत और ऊंची उठ रही लहरों में फंसने के बाद नावें डूबीं

ब्रह्मपुर. भीषण चक्रवात असानी को लेकर बार-बार दी जा रही चेतावनी को दरकिनार करके समुद्र में मछली पकड़ने गये मछुआरों की छह नावें पलट गयीं. हालांकि कि किसी तरह से वे तैरकर किनारे आने में सफल रहे. उन्हें अपने जीवन को बचाने के लिए लगभग एक घंटे तक तैरना पड़ा था. इससे एक दिन पहले कल समुद्र में फंसे 11 मछुआरों को बचाने के लिए विशेष अभियान चलाया गया था. मौसम विभाग बार-बार चेतावनी जारी कर रहा है कि भीषण चक्रवात असानी के कारण समुद्र काफी अशांत रहेगा. इसलिए मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी जाती है. इसके बावजूद गंजाम के सनरयापल्ली, बड़ा आर्यपल्ली और गोलाबंध क्षेत्रों के मछुआरे समुद्र में चले गये थे और अपने मछली पकड़ने वाले छह जहाजों से तट पर लौट रहे थे. इसी दौरान गंजाम जिले के छत्रपुर के पास आर्यपल्ली में अशांत समुद्र में नावें पलट गयीं. मछुआरों के सभी मछली पकड़ने के जहाज, मछलियां और जाल समुद्र में बह गये.

समुद्र में जाने वाले मछुआरों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई
राज्य के विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) प्रदीप कुमार जेना ने आज जिलाधिकारियों को ऐसे समुद्र में जाने वाले मछुआरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की सलाह दी है. भीषण चक्रवाती तूफान असानी के मद्देनजर जारी चेतावनियों की अवहेलना करने वाले कुछ मछुआरों के बारे में कुछ जानकारी मिलने के बाद जेना ने संबंधित जिला प्रशासन को लोगों से मिलने और मछुआरों को 12 मई तक समुद्र में न जाने की सलाह देने को भी कहा. साथ ही उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति नहीं सुनता या अवज्ञा करता है, तो उसके खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए.

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