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दार्जिलिंग के सांसद राजू विष्ठा ने रेल मंत्री को लिखा पत्र
सिलीगुड़ी- उत्तर बंगाल के सिलीगुड़ी-बागडोगरा के संग सीमांचल के ठाकुरगंज को बिहार की राजधानी पटना और कोलकाता से सीधे जोड़ने के लिए पुनः एक बार पहल शुरू हो गई है। इस बार सीमावर्ती दार्जिलिंग के सांसद राजू विष्ठा ने रेल मंत्री को पत्र लिखकर इस सम्बन्ध में कार्यवाई की मांग की है। बुधवार को भेजे गए अपने पत्र में विष्ठा ने ठाकुरगंज रेल यात्री समिति के मांग पत्र के हवाले से सिलीगुड़ी-बागडोगरा -नक्सलबाड़ी- ठाकुरगंज-अलुआबाड़ी होकर कई ट्रेनों के डाइवर्शन की मांग की है। वहीं रेल यात्री समिति ने इस पत्र के लिए दार्जिलिंग के सांसद राजू विष्ठा को साधुवाद दिया है। बताते चलें कि छह वर्ष पूर्व आस्तित्व में आयी सिलीगुड़ी जंक्शन-बागडोगरा-ठाकुरगंज-अलुआबाड़ी रोड रेलखंड रेलवे और जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा का दंश झेल रहा था। इस रेल खंड के अमान परिवर्तन में रेलवे द्वारा 484 करोड़ रुपये खर्च किया गया था। बावजूद इसके अब तक एक भी लंबी दूरी की रोजाना चलने वाली ट्रेन का ठहराव इस रेलखंड पर बसने वाली आबादी को उपलब्ध नहीं हो सकी था। इसके बाद ठाकुरगंज रेल यात्री समिति के बैनर 16 जनवरी से ठाकुरगंज स्टेशन पर कई लोग आमरण अनशन पर बैठ गए। ठाकुरगंज स्टेशन परिसर पर चले आमरण अनशन को मिल रहे जन समर्थन के बाद भारी दबाव के बीच रेलवे प्रशासन ने आनन-फानन में चेन्नई एक्सप्रेस एवं पहाड़िया एक्सप्रेस का ठहराव ट्रायल बेसिस पर तत्काल प्रभाव से देना आरम्भ किया और कई ट्रेनों के डाइवर्ट करने का आश्वाशन दिया, लेकिन रेलवे के अधिकारियों ने आन्दोलन समाप्त होते ही पुनः चुप्पी साध ली। इस बाबत रेल यात्री समिति के संयोजक सिकंदर पटेल ने बताया कि रेलवे से जुड़ी यह मांगें छह वर्ष पुरानी हैं। इस बाबत वर्ष 2011 से ही कई आंदोलन, अनशन, धरना, प्रदर्शन आदि लोकतान्त्रिक विरोध हुए, लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम नहीं मिला। उन्होंने कहा की अन्ततः विरोध प्रदर्शन के अंतिम पायदान के रूप में आमरण अनशन करने का निर्णय लिया गया। वहीं समिति के सचिव अरविन्द अग्रवाल ने बताया कि केन्द्रीय मंत्री एसएस अहलूवालिया के आश्वाशन पर हम लोगों ने अनशन तोड़ा था और दूसरे दिन से ही उन्होंने इस होकर लम्बी दूरी की ट्रेनों के परिचालन के लिए प्रयास शुरू कर दिया, जिसके बाद उनकी ही पहल पर कैपिटल एक्सप्रेस तथा कंचनकन्या एक्सप्रेस जैसी महत्वपूर्ण ट्रेनों का परिचालन ठाकुरगंज होकर चलाने को लेकर रेलवे बोर्ड ने सक्रियता दिखाई थी, लेकिन पुनः चुप्पी साध ली है। इसके बाद वर्तमान दार्जिलिंग के सांसद के प्रयास से हमें फिर उम्मीद जगी है । पटना के लिए कैपिटल और कोलकता के लिए कंचन कन्या का परिचालन ठाकुरगंज होकर चलाने के लिए ठाकुरगंज रेल यात्री समिति ने कई तर्क दी थी। इस बाबत रेल यात्री समिति के अध्यक्ष बच्छराज नखत ने बताया कि वर्तमान में रेलवे द्वारा दो जोड़ी कैपिटल एक्सप्रेस ट्रेने चलाई जाती हैं। ट्रेन 13247/48 कामाख्या-राजेंद्रनगर कैपिटल एक्सप्रेस तथा 13245/46 कैपिटल एक्सप्रेस कटिहार रेल डिवीजन के स्टेशनों से पटना जाने की सबसे प्रमुख ट्रेन है। कटिहार रेल डिवीज़न के 10 स्टेशनों पर पूर्व से इस ट्रेन का ठहराव है। कटिहार रेल डिवीजन के न्यूजलपाईगुड़ी, किशनगंज, दालखोला, बारसोई और कटिहार जैसे राजस्व देने वाले स्टेशनों पर ठहराव के अतिरिक्त मात्र 7 से 10 किमी के अंतरालोंं पर तेलता, सुधानी, खुरियाल, आजमनगर और लाभा जैसे छोटे स्टेशनों पर भी इस ट्रेन का ठहराव है। वहीं राजेंद्रनगर-कामाख्या कैपिटल एक्सप्रेस ट्रेन का न्यूजलपाईगुड़ी से सिलीगुड़ी स्टेशन के बीच 1 घंटे का अतिरिक्त समय (लूज टाइम) है। यह ट्रेन न्यूजलपाईगुड़ी से सिलीगुड़ी जंक्शन के बीच की 7 किमी की दूरी 1 घंटे 10 मिनट में, वहीं सेमापुर से कटिहार के बीच 11 किमी की दूरी 45 मिनट में पूरी करती है। इसी प्रकार इस ट्रेन को कुछ अन्य स्टेशनों के बीच भी 40 मिनटों तक का अतिरिक्त समय दिया गया है। इन्हीं तथ्यों के आधार पर कैपिटल एक्सप्रेस ट्रेन को ठाकुरगंज के रास्ते डायवर्ट करने की पुरजोर मांग रखते हुए ठाकुरगंज रेल यात्री समिति ने दावा किया कि ठाकुरगंज में इस ट्रेन के ठहराव से इसकी पंक्चुअलिटी में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। वहीं इसी प्रकार 13149/50 अलीपुरद्वार- सियालदह कंचनकन्या एक्सप्रेस को भी इसी पैटर्न पर अतिरिक्त समय के साथ चलने की बात समिति सदस्यों द्वारा कही गई और कहा गया कि इस ठहराव से किशनगंज जिले का ठाकुरगंज, दिघलबैंक और पोठिया प्रखंड सीधे प्रदेश की राजधानी पटना और सिटी ऑफ जॉय के नाम के मशहूर कोलकाता से जुड़ जायेगा। वहीं ठाकुरगंज रेल यात्री समिति की मांगों को रेलमंत्री तक पहुंचाने के लिए दार्जिलिंग के सांसद राजू विष्ठा को बड़ी संख्या में लोगो ने बधाई दी है। बधाई देने वालों में से नगर मुख्य पार्षद देवकी अग्रवाल, पूर्व मुख्य पार्षद नवीन यादव, उपमुख्य पार्षद प्रमोद राज चौधरी, मुखिया सैदुररहमान अहमद हुसैन, प्रमुख प्रतिनिधि अब्दुल बारी, भाजयुमो नेता अमित सिन्हा, अमरजीत चौधरी, अरुण सिंह, शिवशंकर महतो , कन्हैया महतो , बिट्टू गरोडिया , अनिल साह, गणेश राय, निरंजन कुमार आदि लोग शामिल हैं।