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कहा-पाबंदी की जगह जागरुकता पर दिया जा रहा है जोर
भुवनेश्वर. कोरोना की दूसरी लहर पहले की तुलना में अधिक अधिक त्वरित गति से संक्रमित कर रहा है, लेकिन प्रसन्नता की बात यह है कि इसमें डेथ रेट कम है. परिवार कल्याण विभाग के निदेशक डॉ विजय पाणिग्राही ने यह बात कही.
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण कम होने के बाद लोगों ने कोरोना गाइडलाइन का ठीक से पालन नहीं किया और मनमानी करने लगे. लेकिन अब समय आ गया है कि लोग अपने आप को जागरूक करें और वे गाइडलाइन का पालन करें.
इधर, जन स्वास्थ्य विभाग के निदेशक निरंजन मिश्र ने कहा कि राज्य में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण की मात्रा चिंताजनक नहीं है. अधिक लोगों ट्रेसिंग करने के बाद परीक्षण किया जा रहा है. अधिक लोगों को आईसोलेशन में रहने के लिए कहा जा रहा है. यह काफी अच्छा है.
उन्होंने लोगों से अपील की कि पड़ोसी राज्यों में यदि आवश्यक कार्य नहीं है, तो ना जाएं. उन्होंने कहा कि सीमावर्ती इलाकों को लोगों को इस बारे में जागरूक किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की राष्ट्रीय दर की तुलना में राज्य की स्थिति अच्छी है.
उन्होंने कहा कि जो लोग बाहर के राज्यों से आ रहे हैं, उनसे आरटीपीसीआर टेस्टिंग रिपोर्ट लाकर आने के लिए कहा जा रहा है. उन्होंने कहा कि कोरोना के लिए मेडिसिन व बैड तैयार है. सभी जिलों के जिलाधिकारियों से निजी अस्पतालों को तैयार तैयार रखने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि रिस्ट्रिक्शन के बजाय जागरूकता पर ज्यादा महत्व दे रहे हैं.
सभी जिलों के जिलाधिकारी तथा शहरी निकायों के कमिश्नरों को कोरोना को लेकर स्थिति को देखकर निर्णय लेने के लिए कहा गया है.
उन्होंने कहा कि कि हम सामान्य टेस्टिंग करने के बजाय टारगेटेड टेस्टिंग कर रहे हैं. इस कारण टेस्टिंग थोड़ी सी धीमी है. आगे धीरे-धीरे टेस्टिंग को बढ़ाया जाएगा.