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अप्रैल से जून तक कुल 6160 टन पार्सल का लदान
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31 टन दवाई और 20 टन चिकित्सकीय उपकरणों का परिवहन
भुवनेश्वर. परंपरागत रूप से यात्री गाड़ियों से ही अधिकतर पार्सल का परिवहन होता रहा है, परंतु इस लॉकडाउन के दौरान पहली बार समय-सारणीबद्ध पार्सल ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ. इसके पीछे का उद्देश्य लाकडाउन के दौरान अत्यावश्यक सामग्रियों की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करना था.
अप्रैल से जून, 2020 के दौरान पूर्व तट रेलवे ने कुल सात हजार टन पार्सल का लदान किया. इसमें विशेष पार्सल ट्रेनों के द्वारा 6160 टन अत्यावश्यक सामग्री, 31 टन दवाइयां व 20 टन चिकित्सा उपकरण की ढुलाई भी शामिल है. पूर्व तट रेलवे के क्षेत्राधिकार से 210 टन दूध, दुग्ध उत्पाद व अण्डे की ढुलाई हुई. इसके साथ ही खाद्य तेल व दूध का सूखा पावडर की आवक भी हुई.
इस मुश्किल समय में पूर्व तट रेलवे की यह सेवा किसानों के लिए भी काफी मददगार साबित हुई. पार्सल सेवा का उपयोग कर किसानों ने 4376 टन फल व सब्जियां सुरक्षित व समय पर बाजार तक पहुंचायी. आंध्र प्रदेश से दिल्ली के बाजार तक 4345 टन आम का परिवहन हुआ. तटीय प्रदेशों से 824 टन मछली का परिवहन भी हुआ. इसके अलावा विभिन्न गंतव्यों तक 673 टन अत्यावश्यक सामग्री पहुंचायी गयी. पूर्व तट रेलवे के क्षेत्राधिकार में इस अवधि के दौरान 5240 टन पार्सल की आवक हुई. इनमें चिकित्सकीय उपकरण, दवाई, कॉटन बैग, पीपीई, हैचिंग अण्डे, दूध इत्यादि शामिल हैं.