नई दिल्ली । पाकिस्तान सरकार इस्लामाबाद में मंदिर निर्माण के लिए फ़िलहाल फंड जारी नहीं करने जा रही है। फंड जारी करने का यह पूरा मामला काउंसिल फॉर इस्लामिक आइडियोलॉजी को भेज दिया है। अब यह काउंसिल ही फैसला करेगी कि मंदिर के लिए इमरान सरकार पैसा देगी या नहीं।
धार्मिक मामलों के मंत्री पीर नूरुल हक कादरी ने पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में इसकी घोषणा की। पाकिस्तान में हिंदुओं के लिए पहला मंदिर बनाए जाने के मामले में रोज ही नई अड़चन खड़ी की जा रही है।
एक पखवाड़े पहले ही पाकिस्तान सरकार ने इस्लामाबाद के हिंदुओं के लिए मंदिर निर्माण की घोषणा की थी। श्री कृष्ण मंदिर के लिए एक भूखंड आवंटित किया गया था। प्रधानमंत्री इमरान खान खुद मंदिर के निर्माण को मंजूरी देने और इसके लिए धन जारी करने की प्रक्रिया में शामिल थे। इसी दौरान पीर नूरुल हक कादरी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर पूछा है कि क्या सरकार सरकारी धन का उपयोग करके गैर-मुस्लिम पूजा स्थल बना सकती है।
इस बीच कल इस्लामाबाद हिंदू पंचायत और कुछ गैरमुस्लिम सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने कादरी से मुलाकात की और मंदिर के निर्माण के लिए सरकारी धन आवंटित करने के लिए कहा। लेकिन कादरी ने स्पष्ट कह दिया कि उनके पास जो फंड है उसका उपयोग सिर्फ मजहबी स्थलों के मरम्मत में हो सकता है , मंदिर निर्माण के लिए उनके पास कोई फंड नहीं है।
साभार- हिस