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यात्रियों के सुख-सुविधा और सुरक्षा से संबंधित कार्यों को पूरा किया
भुवनेश्वर. कोरोना को लेकर जारी लाकडाउन वित्तीय दृष्टिकोण भले ही लोगों के लिए कष्टदायक रहा है, लेकिन यह अवधि पूर्व तट रेलवे के लिए फायदेमंद शाबित हुई है. इस दौरान पूर्व तट रेलवे यात्रियों की सुख-सुविधा और सुरक्षा से संबंधित अधूरे कार्यों को पूरा कर लिया है. कई मामलों में इन कार्यों को पूरा करने के लिए यात्री सेवाओं से संबंधित रेल परिवहन को रोकने या रूट परिवर्तन करने की आवश्यकता पड़ सकती थी.
लॉकडाउन के दौरान फंसे हुए मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने व लोगों की अन्य जरूरी यात्रा को संभव बनाने के लिए केवल विशेष ट्रेन व श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का परिचालन हो रहा है. इसके अलावा नियमित ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह बंद है. इसके अलावा पार्सल ट्रेनों व मालगाड़ियों के द्वारा अत्यावश्यक सामग्रियों की निर्बाध आपूर्ति भी जारी है. इसी क्रम में पूर्व तट रेलवे ने लॉकडाउन अवधि का विवेकपूर्ण तरीके से उपयोग कर कई आधारभूत संरचना संबंधी कार्यों को पूरा किया है.
इस दौरान लंबे समय से लंबित निर्माण व मरम्मत कार्यों पर जोर दिया गया, जिसके लिए लंबे समय के ट्रैफिक ब्लॉक की आवश्यकता थी। लॉकडाउन की चुनौतिपूर्ण अवधि को पूर्व तट रेलवे ने इन कार्यों के लिए एक अवसर के रूप में उपयोग किया. संरक्षा संबंधी कार्यों के तहत इस अवधि के दौरान 18 सीमित ऊंचाई वाले उपमार्ग का काम पूरा हुआ. इसके साथ ही तीन मानवसहित समपार फाटकों को वैकल्पिक मार्ग प्रदान कर बंद किया गया. भद्रक-खुर्दा रोड रेलवे स्टेशनों के बीच रोड ओवर ब्रिज के लिए 36 मीटर स्पैन के पांच गर्डर स्थापित किये गये.
इसके अलावा 167 किमी लंबे रेल, 7.5 किमी स्लीपर, 356 संख्यक ग्लूड ज्वाइंट आदि के नवीकरण के साथ 49 संख्यक पुलों का पुनर्निर्माण व 2557 वैगनों की मरम्मत की गयी. चारबाटिया एवं गुरुडिझाटिया में फुट ओवर ब्रिज, सालगांव-राजआठगढ़ के बीच कपिलास रोड में तीसरी व चौथी लाइन संबंधी कार्य, संबलपुर-तालचेर दोहरीकरण कार्य के तहत तालचेर रोड स्टेशन में भद्रक-निर्गुनडीह तीसरी लाइन का काम भी इस अवधि के दौरान पूरा किया गया. 298 स्थानों पर ट्रैक सर्किट मरम्मत, 657 ओएचई संबंधित अधिसूचित कार्य सहित कोट्टवालसा-कोरापुट-किरन्डुल (केके) लाइन में संरक्षा संबंधी आधुनिकीकरण के तहत नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य की तैयारी संबंधी कार्य भी पूरे किये गये. केके लाइन की डबलिंग के लिए 32500 घनमीटर चट्टान को साफ किया गया. इन कार्यों के पूरा हो जाने से ट्रेनों के परिचालन में सुगमता के साथ संरक्षा में भी वृद्धि होगी. सामान्य दिनों में इन कामों को पूरा करने के लिए काफी लंबे समय तक ट्रेन परिचालन को स्थगित करना पड़ता.
लॉकडाउन अवधि के दौरान यात्री सुविधा संबंधी कई कार्य भी पूरे किये गये. इस दौरान छह स्टेशनों पर फुट ओवर ब्रिज, चार स्टेशनों पर लिफ्ट, आठ स्टेशनों पर दिव्यांगजनों के लिए शौचालय, आठ स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म कंक्रीटीकरण, आठ स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म की ऊंचाई वृद्धि, छह स्टेशनों पर अतिरिक्त प्लेटफॉर्म का निर्माण, विभिन्न स्टेषनों पर 534 स्टेनलेस स्टील बेंच का प्रावधान एवं दो स्टेशनों का विकास आदर्श स्टेशन के रूप में किया गया. यात्रियों की सुविधा वृद्धि के लिए 10 स्टेशनों के परिचलन क्षेत्र व वेटिंग हॉल का उन्नतीकरण किया गया.
उपरोक्त के अलवा इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल एवं सिग्नल से संबंधित संरक्षा व मरम्मत कई कार्य पूरे किये गये. यात्रियों व ग्राहकों की अधिकतम संतुष्टि के लिए पूर्व तट रेलवे हरसंभव प्रयास कर रहा है. फलस्वरूप हाल के वर्शों में ट्रेन यात्रा और भी संरक्षित व सुखदायी हो गयी है.