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दुकानें खुली हैं, लेकिन ग्राहक नदारद
अशोक पांडेय, भुवनेश्वर
कोरोना वायरस को लेकर जारी लाकडाउन का असर सेैनिटेशन के व्यवसाव पर काफी पड़ा है. दुकानें खुली हैं, लेकिन ग्राहक नदारद हैं. भुवनेश्वर में कोरोना संक्रमण तथा लॉकडाउन-1, 2, 3 में बाजार बन्द रहने के कारण ग्राहकों की संख्या करीब-करीब शून्यता-सी आ गई. वहीं लॉकडाउन-4 के आरंभ होने के बाद कुछ सशर्त हिदायतों के साथ भुवनेश्वर के बाजार अवश्य खुले, लेकिन दवा, मिल्क, ग्रोसरी, सब्जी और फल आदि की दुकानों को छोड़कर अन्य किसी भी दुकान पर ग्राहक कम नजर आये.
भुवनेश्वर में जारी लॉकडाउन-4 के तहत 19 मई को कटक-पुरी रोड स्थित स्वस्ति सेैनिटेशन के मालिक बच्छराज बेताला ने बताया कि पिछले लगभग 22 दिनों से भुवनेश्वर के बाजारों में सैनिटेशन की दुकानों पर ग्राहक बिलकुल ही नहीं हैं. यहीं स्थिति अन्य सैनिटेशन की दुकानों पर भी देखने को मिल रही है. बच्छराज ने बताया कि 1993 में वे भुवनेश्वर आये और उन्होंने अपना कारोबार भुवनेश्वर में आरंभ किया. उनके अनुसार, भुवनेश्वर व्यापार के लिए बहुत ही अच्छी जगह है और इसीलिए उनके सभी सात भाई ओडिशा के भुवनेश्वर तथा कटक में अपना-अपना कारोबार अच्छी तरह से करते हुए अपना सामाजिक दायित्व भी अच्छी तरह से निभा रहे हैं.
बच्छराज बेताला ने बताया कि एक तरफ भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीजी तथा ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक जो भी कोरोना संक्रमण के दौरान ऐतिहासिक कदम उठाये और जो कुछ भी जनता के लिए कर रहे हैं, वह सबकुछ सही है. इसीलिए उन्होंने भुवनेश्वर में अपनी ओर से तथा अपने समाज की ओर से बिना किसी प्रचार के जरुरमंदों को भरपूर सहायता की है, लेकिन भुवनेश्वर में सैनिटेशन जैसे कारोबार को बढ़ावा देने के लिए और भी बहुत कुछ करने की आवश्यकता है. उनके अनुसार कोरोना संक्रमण तथा उससे बचाव आदि के लिए सख्ती की जरुरत है, लेकिन सबसे बड़ी जरुरत भुवनेश्वर के कारोबारियों के हितों के साथ-साथ सामान्य लोगों के जीवन को पटरी पर लाने की भी आवश्यकता है.