लंदन, इंग्लैंड के मुख्य कोच ब्रेंडन मैकुलम ने स्पिनर मोईन अली और चोट से वापसी कर रहे विकेटकीपर जॉनी बेयरस्टो का समर्थन करते हुए कहा कि अगर दोनों खिलाड़ी फिट रहे तो वे 28 जून से यहां लॉर्ड्स में शुरू हो रहे दूसरे एशेज टेस्ट मैच में अंतिम एकादश का हिस्सा होंगे।
इंग्लैंड बर्मिंघम में शुरुआती टेस्ट दो विकेट से हार गया, जिसमें मोईन और बेयरस्टो संघर्ष करते नजर आए।
मोईन अली, जिन्होंने नियमित स्पिनर जैक लीच के घायल होने के बाद टेस्ट संन्यास से वापसी की, पहले टेस्ट मैच में 33 ओवरों में 147 रन देकर दो विकेट व दूसरी पारी में 57 रन देकर 1 विकेट लिया।
बेयरस्टो, जो एक गोल्फ मैच के दौरान गंभीर रूप से घायल हो गए थे, ने पहली पारी में 78 रन बनाए और फिर इंग्लैंड की दूसरी पारी में सिर्फ 20 रन बनाए। हालाँकि, जो बात अधिक मायने रखती है वह यह है कि उन्होंने विकेटकीपर के रूप में कुछ मौके गँवाए जिसका इंग्लैंड को थोड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा।
बेयरस्टो दूसरी पारी में जेम्स एंडरसन के ओवर में उस्मान ख्वाजा का कैच नहीं पकड़ सके। उन्होंने एलेक्स कैरी का भी दो बार कैच छोड़ा और कैमरून ग्रीन के खिलाफ स्टंपिंग करने से चूक गए।
हालाँकि, मैकुलम ने दूसरे टेस्ट के लिए दोनों खिलाड़ियों का समर्थन किया है, बशर्ते वे खेलने के लिए फिट हों।
मेजबानों को भरोसा है कि मोईन लॉर्ड्स के लिए फिट हो जाएंगे।
न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान मैकुलम, जो अब इंग्लैंड को कोचिंग दे रहे हैं, ने एसोसिएटेड प्रेस (एएपी) से बातचीत में कहा, “मुझे पूरा विश्वास है कि हम मोईन की उंगली का जादू देख सकेंगे। इससे हमें अगले गेम में उसे चुनने का मौका मिलेगा और, यदि वह उपलब्ध है, तो उसे चुना जाएगा। मुझे लगा कि मोईन ने पहले टेस्ट में बहुत अच्छा काम किया है। उन्होंने मैच में अपनी भूमिका के हिसाब से अच्छी गेंदबाजी की।”
इस बीच, मैकुलम ने मैच में इंग्लैंड के बेहद आक्रामक रवैये का भी बचाव किया और दावा किया कि यह सही रणनीति थी। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड इसी शैली को जारी रखेगा।
साभार -हिस