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हत्या की ओर इशारा कर रहे हैं शरीर पर गंभीर चोटों के निशान
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परिवार ने ओडिशा क्रिकेट एसोसिएशन और कोच पर लगाये गंभीर आरोप
भुवनेश्वर। कटक के आठगढ़ जंगल से महिला क्रिकेटर राजश्री स्वाईं के शव मिलने के बाद विवाद बढ़ गया है। शरीर पर मिले गंभीर चोट के निशान हत्या की ओर इशारा कर रहे हैं और परिवार के सदस्यों ने घटना में कोच को घसीटा है। बहन, मां और पिता ने इस घटना के लिए कोच और ओडिशा क्रिकेट एसोसिएशन (ओसीए) को जिम्मेदार ठहराते हुए गंभीर आरोप लगाये हैं, जबकि ओसीए ने आकर अपना पक्ष रखा है और आरोपों को खारिज किया है। हालांकि इस महिला क्रिकेटर की मौत के पीछे के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया था। उसके शरीर पर गंभीर चोट के निशान मिले हैं और चोट के कारण आंखें बुरी स्थिति में थीं। शव की स्थिति दिलदहलाने वाली स्थिति में थी। इस संबंध में उसके कोच ने मंगलावाग पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।
राजश्री की बहन ने आरोप लगाया है कि ओसीए और महिला टीम की कोच पुष्पांजलि बनर्जी मेरी बहन की मौत के लिए जिम्मेदार हैं। हमें इसमें एक बड़े रहस्य की भी आशंका है। तनाव में रहती तो घर आ जाती या कहीं और आत्महत्या कर सकती थी, लेकिन आत्महत्या करने के लिए घने जंगल को चुनना साजिश की ओर इशारा करता है। उसने यह भी सवाल उठाया कि उसके साथ आखिर ऐसा क्या किया गया, जो वह सहन नहीं कर सकी।
आंखों की स्थिति दर्दनाक कैसे?
सवाल यह भी उठने लगा है कि आंखों की स्थिति इतनी दर्दनाक कैसे हुई। यदि कोई आत्महत्या करता है, तो वह आंखों को नुकासन क्यों पहुंचाएगा।
खुशमिजाज लड़की थी राजश्री
उसकी बहन ने बताया कि वह मस्ती करने वाली और खुशमिजाज लड़की थी और ऐसा कुछ भी तब तक नहीं करेगी जब तक कि वह किसी असहनीय दबाव में न आ जाए।
ओसीए ने मार डाला और लटका दिया – पिता
इस बीच राजश्री के पिता ने हत्या का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि मेरी बेटी को ओसीए ने मार डाला और शव को जंगल में लटका दिया। उसके पिता ने कहा कि उसके सिर और आंख पर चोट के गंभीर निशान होने की खबर है।
चयन शिविर में आयी थी कटक
मीडिया से बात करते हुए राजश्री की मां ने कहा कि वह एक चयन शिविर के लिए कटक आई थी। वह पैलेस होटल में रह रही थी। 10 दिनों के चयन शिविर के बाद उसे जानबूझकर अंतिम टीम से बाहर कर दिया गया। हालांकि वह सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी थी। वह तनाव में थी और उसने अपनी बहन को फोन किया था। उन्होंने बताया कि ऑलराउंडर होने के बावजूद उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि मेरी बेटी कबसे लापता थी, लेकिन शिविर के आयोजकों ने हमें कुछ नहीं बताया। जब हमने उनसे संपर्क किया तो उन्होंने दावा किया कि राजश्री लापता हो गई है।
सभी पहलुओं पर हो रही जांच – पुलिस
स्थानीय थाने के आईआईसी ने कहा कि जांच चल रही है। हम सभी पहलुओं पर गौर कर रहे हैं कि राजश्री ने इस घने जंगल को क्यों चुना या उनकी मौत के पीछे कोई और रहस्य तो नहीं है। वह 11 जनवरी से लापता थी। हमने उसकी फोन लोकेशन के आधार पर उसका पता लगाया। हम युवा क्रिकेटर के असामयिक निधन के रहस्य का पता लगाने के लिए होटल के कर्मचारियों और साथी खिलाड़ियों और कई अन्य लोगों से भी पूछताछ करने जा रहे हैं।
चयन प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी – ओसीए
चयन प्रक्रिया को लेकर लगे आरोपों से इनकार करते हुए ओसीए के सीईओ सुब्रत बेहरा ने राजश्री के निधन पर दुःख जताते हुए कहा कि चयन प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी है। प्रत्येक चयनित सदस्य का प्रदर्शन हमारी वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर अपलोड किया जाता है, जिसे हर कोई देख सकता है। ओसीए एक पेशेवर संगठन है और खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के अनुसार चुना जाता है। राजश्री को 25 सदस्यीय टीम में चुना गया, लेकिन वह 16 की अंतिम सूची से बाहर हो गईं। चयन शिविर सिर्फ तीन मैचों के लिए आयोजित किया गया था। अगला चयन जल्द ही होने वाला है। इसलिए उसके पास बाद के शिविरों में योग्यता प्राप्त करने का पूरा मौका था। दरअसल, राजश्री ओडिशा टी-20 टीम का हिस्सा थीं। लेकिन इस बार वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाईं, इसलिए उन्हें सूची से बाहर कर दिया गया। वे हमें उसकी मौत के लिए सिर्फ इसलिए जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते, क्योंकि उसे ओडिशा टीम में नहीं चुना गया था। बहुत सी अन्य लड़कियों का भी चयन नहीं किया गया था।