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अंतिम यात्रा में कई प्रमुख लोगों ने श्रद्धांजलि दी
बालेश्वर। प्रख्यात राजनेता और शिक्षाविद् जगन्नाथ का अंतिम संस्कार उनके गांव रसालपुर श्मशान में किया गया। उनका जन्म 8 अक्टूबर 1936 को हुआ था। वह जनसंघ में शामिल हो गए और पहली बार रसालपुर पंचायत से सरपंच चुने गए। बाद में वे दो बार जनसंघ से बालेश्वर सदर विधानसभा क्षेत्र से विधायक पद के लिये उम्मीद्वार चुने गए। साल 1980 से 1985 तक भाजपा के राज्य महासचिव के रूप में कार्य किया। बाद में वे जनता दल में शामिल हो गए। इसके अलावा, उन्होंने सबसे पहले पढ़ाना शुरू किया और एक छात्रवृत्ति शिक्षक के रूप में ख्याति प्राप्त की। उनके प्रयासों से रसालपुर हाई स्कूल और कॉलेज की स्थापना हुई। इसके अलावा वे अपने क्षेत्रों में विभिन्न सुधार कर घर-घर में अपनी अलग पहचान बनाने में सफल रहे। कई गणमान्य व्यक्ति आज उनके आवास पर अंतिम दर्शन करने पहुंचे। बालेश्वर सदर विधायक स्वरुप दास, रेमुणा विधायक सुधांशु परिडा, जिला परिषद अध्यक्ष नारायण प्रधान, पूर्व विधायक जीवन प्रदीप दास, पुर्व विधायक गोविंद दास, सुदर्शन जेना, प्रोफेसर डॉ बसंती दे चक्रवर्ती, भाजपा नेता मानस दत्त, प्रो शत्रुघ्न मल्लिक, पत्रकार रंजन बाग, बीजद नेता मनोज राउत, सत्यरंजन दास, सामाजिक कार्यकर्ता अनिरुद्ध प्रसाद दास, परशुराम परिडा, अर्जुन दास, अरुण दे स्मृति कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष विष्णु प्रसाद मोहंती, लक्ष्मीधर स्वाईं, भाजपा नेता सोभना मोहंती सहित अन्य गणमान्य लोग रसालपुर पहुंचे और जगन्नाथ के अंतिम दर्शन किये।
एक विशाल शोभायात्रा में उनके पार्थिव शरीर को स्थानीय पंचायत कार्यालय, अस्पताल, हाई स्कूल और कॉलेज ले जाया गया। हजारों लोगों ने सड़क के दोनों ओर खड़े होकर अश्रुपूरित होकर उन्हें अंतिम विदाई दी। उनके पुत्र अशोक, आलोक, विनोद, सरोज, मनोज सहित परिवार के अन्य सदस्य दाह संस्कार के समय उपस्थित थे, जबकि उनके बड़े पुत्र अशोक ने उनका अंतिम संस्कार किया। शोभायात्रा में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। उनके निधन से पूरे साल्ट रोड क्षेत्र में शोक की लहर छा गयी है।
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