नई दिल्ली, भारतीय महिला हॉकी टीम की युवा खिलाड़ी ज्योति ने कहा कि उनके लिए राष्ट्रमंडल खेल विशेष रूप से महत्वपूर्ण था, क्योंकि इस बड़ी प्रतियोगिता में मेरी पहली उपस्थिति थी।
बर्मिंघम में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम की इस युवा खिलाड़ी ने आगे कहा कि कांस्य पदक जीत ने हमें बहुत गर्व और खुशी से भर दिया है और टीम से जुड़े हर किसी के प्रयासों के लिए यह एक सच्चा इनाम है। कांस्य पदक ने निश्चित रूप से इस यात्रा को मेरे लिए दोगुना खास बना दिया है।
22 साल की युवा मिडफील्डर ज्योति ने आगे कहा कि खेलों का मेरा पूरा अनुभव अद्भुत था। हमने घाना, वेल्स और कनाडा के खिलाफ अपने मैच जीते लेकिन ग्रुप चरण में इंग्लैंड से हार गए। मैं यह भी समझ गई थी कि हार और जीत हमेशा किसी भी टूर्नामेंट का अहम हिस्सा होते हैं। हम राष्ट्रमंडल खेलों में पदक के लिए पसंदीदा नहीं थे लेकिन हम तमाम बाहरी चर्चाओं के बावजूद कांस्य पदक जीतने में सफल रहे। यही वजह है कि यह उपलब्धि इतनी खास है।
उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ ने वास्तव में मुझे अपना खेल सुधारने में मदद की है। अब मैं गेंद को ले जाने के दौरान आत्मविश्वास महसूस करती हूं और मेरी ऑफ द बॉल मूवमेंट में काफी सुधार हुआ है। कोचिंग स्टाफ ने भी मुझे मैदान पर कुछ अलग और रचनात्मक करने का काफी आत्मविश्वास दिया है।
ज्योति ने मुख्य कोच जननेके शोपमैन को लेकर कहा कि उन्होंने मुझे अपना खेल सुधारने में बहुत मदद की है। उन्होंने मुझे सिखाया है कि खेल को अपने लिए सरल और आसान कैसे बनाया जाए। मैं अब गेंद पर विचार नहीं करती और इसे जितनी जल्दी हो सके आगे बढ़ाने के लिए देखती हूं।
युवा स्टार ने इस बारे में भी संक्षेप में बात की कि उन्होंने एक मेगा स्पोर्टिंग इवेंट में भारतीय महिला हॉकी टीम का हिस्सा बनने के दबाव से कैसे निपटा। उन्होंने कहा कि ‘राष्ट्रमंडल खेल 2022’ मेरे जीवन का अब तक का सबसे बड़ा टूर्नामेंट था। ऐसे बड़े इवेंट में आप पर हमेशा अतिरिक्त दबाव होता है। इस स्तर पर आपको निपटना पड़ता है। ऐसे में टीम के वरिष्ठ सदस्यों ने मेरी मदद की और मेरा मार्गदर्शन किया। अब मैदान पर उतरने से पहले मैं खुद को तैयार करने के लिए एक गहरी सांस लेती हूं और काम को पूरा करने के लिए खुद पर ध्यान केंद्रित करती हूं।
उन्होंने कहा कि भारतीय महिला हॉकी टीम का हिस्सा बनना मेरे लिए सम्मान की बात है। मुझे उम्मीद है कि हम सुधार करते रहेंगे, ताकि हम अगले टूर्नामेंट में और बेहतर कर सकें।
साभार -हिस