दुर्गेश अमोली ने स्वामी चिदानन्द सरस्वती, भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा और उत्तराखंड महाधिवक्ता सूर्य नारायण बाबुलकर से आशीर्वाद लिया।
दुर्गेश अमोली ने कहा कि मैं परमार्थ निकेतन में संस्कृत की शिक्षा ग्रहण करने आया था। यहां आकर स्वामी और साध्वी के पावन सानिध्य और मार्गदर्शन में योग को आत्मसात करने का अवसर प्राप्त हुआ। मुझे विश्वास है महाराज के आशीर्वाद से हम परमार्थ गुरुकुल के ऋषिकुमार इस यात्रा को और आगे लेकर जायेंगे और भारत का नाम पूरी दुनिया में रोशन करेंगे। परमार्थ निकेेतन गुरूकुल में विद्यार्थियों को संस्कृत के साथ योग, कम्प्यूटर, अंग्रेजी और अन्य विषयों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि बच्चों की सम्पूर्ण व्यक्तित्व का विकास हो सके।
साभार-हिस