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जगतसिंहपुर और खुर्दा जिलों का करेगी दौरा
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मौत के बढ़ते मामलों से केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय चिंतित
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जांच के बाद टीम के सदस्य केंद्र को सौंपे अपनी रिपोर्ट
भुवनेश्वर. ओडिशा में कोरोना के बिगड़े हालात के कारणों का पता लगाने के लिए केंद्रीय टीम जांच करेगी. इस टीम में दो सदस्य हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा तैनात केंद्रीय टीम यहां कोविद-19 प्रबंधन की निगरानी के लिए पहुंची और जगतसिंहपुर और खुर्दा जिलों का दौरा करेगी.
इस टीम के सदस्यों में कोलकाता स्थित ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हाइजीन एंड पब्लिक हेल्थ (एआईआईएच एंड पीएच) की प्रोफेसर डा शिवानी दत्त और एम्स भुवनेश्वर के प्रोफेसर प्रशांत राघव महापात्र शामिल हैं. डा दत्त ने बताया कि हम केवल जगतसिंहपुर और खुर्दा जिलों का दौरा करेंगे. राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. डॉ दत्त ने कहा कि हम पता लगाएंगे कि मामले बढ़ रहे हैं या नहीं.
उन्होंने कहा कि हम पता लगाने की कोशिश करेंगे कि यदि मामले बढ़ रहे हैं, तो वृद्धि का कारण क्या है? क्या टीकाकरण ठीक से चल रहा है? हम देखेंगे कि कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कैसे की जा रही है. निगरानी गतिविधियां और रोकथाम के उपाय किए जा रहे हैं या नहीं? अगर कोई कमी है तो हम उसके अनुसार सिफारिशें कर सकते हैं.
केंद्रीय टीम के एक अन्य सदस्य एम्स भुवनेश्वर के प्रोफेसर प्रशांत राघव महापात्र ने बताया कि पिछले 14 दिनों में मामलों में गिरावट आ रही है, लेकिन गिरावट में ठहराव है. यह घटने की दर में गिरावट नहीं आ रही है, बल्कि घट रही है.
प्रो महापात्र ने कहा कि आज 52 मौतें हुईं और आपने देखा होगा कि पिछले 15 दिनों में मौतें 40-50 के बीच होती रही है. मौतें उन मरीजों की हो सकती हैं, जो 20-25 दिनों से भर्ती थे. मंत्रालय चिंतित है कि इतनी मौतें क्यों हो रही हैं. मौत का आंकड़ा इतना बड़ा क्यों हो रहा है? हम मंत्रालय को अपने निष्कर्षों की रिपोर्ट करेंगे. प्रो महापात्र ने कहा कि वे कम से कम इस सप्ताह राज्य में रुकेंगे और मंत्रालय के निर्देशों पर निर्णय लेंगे.
इधर, निदेशक जन स्वास्थ्य डॉ निरंजन मिश्र ने बताया कि केंद्रीय टीम को अपने क्षेत्र के दौरे से पहले राज्य में कोविद परिदृश्य, राज्य द्वारा महामारी की पहली लहर से लेकर अब तक उठाए गए कदमों के बारे में पूरी जानकारी दी गई है.