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उच्चस्तरीय जांच के लिए कमेटी गठित करने की मांग
भुवनेश्वर. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) भुवनेश्वर के निदेशक आरवी राजकुमार छात्रों का उत्पीड़न कर रहे हैं और मनमाने तरीके से कार्य कर रहे हैं. इस तरह के आरोप उन पर बार बार लग रहे हैं. अतः इन मामलों की जांच के लिए उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया जाए और इसकी पूर्ण जांच करायी जाए. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओडिशा शाखा ने इस मांग को लेकर एक ज्ञापन केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय के सचिव को भेजा है. परिषद के प्रदेश मंत्री सौभाग्य रंजन मोहांती ने यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि आईआईटी भुवनेश्वर के अध्यापक व छात्रों ने उन पर हो रहे उत्पीड़न के बारे में जानकारी दी है. उन्होंने आरोप लगाया कि संस्थान के निदेशक राजकुमार कोष प्रबंधन में अनियमितता करने रहे हैं तथा अध्यापक नियुक्ति में भी अनियमितता कर रहे हैं. इसलिए इस मामले में केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय का हस्तक्षेप जरुरी है. केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय उन पर लगे आरोपों की जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी का गठन करे तथा इसकी पूर्ण जांच कराये.
उन्होंने कहा कि कोविद-19 के लॉकडाउन अवधि में शोध छात्रों के फेलोशिप को उनके द्वारा रोके जाने की बात भी सामने आयी है. यह अत्यंत गंभीर मामला है. निदेशक छात्र–छात्राओं पर भारी जुर्माना भी लगा रहे हैं और उनका उत्पीड़न कर रहे हैं. इसलिए संस्थान के हित में जरुरी है कि मामले की पूर्ण रुप से जांच हो.