अशोक पाण्डेय, भुवनेश्वर
विश्व के आकर्षण के केंद्र में रहा टोक्यो ओलंपिक में कीट को एक अनूठी उपलब्धि मिली है. इस बार टोक्यो ओलंपिक में कीट के चार प्रतिनिधियों ने जगह बनाने में सफलता हासिल की है. इनमें एथलीट दुती चंद, सीए भवानी देवी और शिवपाल सिंह और कीट डीम्ड यूनिवर्सिटी के स्पोर्ट्स मेडिसिन डॉक्टर डॉ सुदीप सतपथी शामिल हैं, जिन्होंने आगामी ओलंपिक खेलों के लिए जगह बनाई है. कीट भारत का एकमात्र विश्वविद्यालय है, जिसने तीन एथलीटों और एक अधिकारी (डॉक्टर) को टोक्यो ओलंपिक खेलों में भेजा है. टोक्यो ओलंपिक 23 जुलाई से शुरू होने वाला है.
संसद सदस्य (लोकसभा) और कीट-कीस के संस्थापक डॉ अच्युत सामंत ने भुवनेश्वर में एक राष्ट्रीय आभासी प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों के साथ बातचीत में इस अद्वितीय गौरव को साझा करते कहा कि वे अपने संस्थानों की स्थापना के बाद से छात्रों के बीच एक बड़े पैमाने पर खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने में सफल हो पाये हैं. उल्लेखनीय है कि कीस राज्य के 5000 से अधिक खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खेलों में भेजा है. इनमे से कइयों ने अंतर्राष्ट्रीय खेल में देश के लिए पदक विजेता के रूप में अपनी छवि स्थापित कर चुके हैं. साथ ही राष्ट्रमंडल खेलों, एशियाई खेलों और यूनिवर्सिटी खेलों की मेजबनी भी करता है. कीट के कई छात्रों ने विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खेलों में अपने प्रदर्शन से संस्थान, राज्य और देश का नाम रोशन किया है.
उन्होंने कहा कि कीट में कानून की छात्रा दुती चांद की लगातार दूसरी बार ओलंपिक में उपस्थिति होगी, जिन्होंने अपनी विश्व रैंकिंग के आधार पर दो स्पर्धाओं, महिलाओं की 100 मीटर और 200 मीटर स्प्रिंट में क्वालीफाई किया है. डा सामंत ने दुती चांद के योगदानों को गिनाया तथा उनके बेहतर करियर को रेखांकित किया कि अर्जुन पुरस्कार विजेता इस एथलीट ने 11.17 के समय के साथ 100 मीटर में राष्ट्रीय रिकॉर्ड कायम किया है और उनके करियर का मुख्य आकर्षण 2018 एशियाई खेलों में दो रजत पदक जीतना है. डॉ सामंत ने कहा कि वह ओलंपिक में दो बार भाग लेने वाली एकमात्र भारतीय खिलाड़ी हैं.
सीए भवानी देवी, जो में कीट में पीएचडी कर रही हैं, ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय फेंसर हैं. उन्होंने 14 मार्च 2021 को हंगरी में विश्व कप के बाद समायोजित ओलंपिक रैंकिंग के माध्यम से टोक्यो 2020 ओलंपिक में महिलाओं की तलवारबाजी स्पर्धा में योग्यता हासिल की है. दुनिया में उनका 42वां स्थान है तथा 2018 में ऑस्ट्रेलिया में सीनियर कॉमनवेल्थ फेंसिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनकर इतिहास रच दिया.
कीट में बीबीए के छात्र तथा भाला फेंकने वाले खिलाड़ी शिवपाल सिंह ने 9 मार्च को दक्षिण अफ्रीका में एसीएनडब्ल्यू लीग में 85.47 मीटर के थ्रो के साथ क्वालिफिकेशन मार्क को तोड़कर अपने लिए पहली बार ओलंपिक खेलों में स्थान कायम किया. उनके थ्रो ने उन्हें स्वर्ण पदक भी दिलाया. अब स्टार भाला फेंकने वाला यह खिलाड़ी नीरज चोपड़ा के साथ भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे.
डा सामंत ने कहा कि कीट के लिए एक और गौरवपूर्ण उपलब्धि यह हासिल हुई है कि कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (कीम्स) के डॉ. सुदीप सतपथी को टोक्यो ओलंपिक-2021 के लिए भारतीय पुरुष हॉकी टीम के डॉक्टर के रूप में चुना गया है. स्पोर्ट्स एंड एक्सरसाइज फिजियोलॉजी सहित क्लिनिकल फिजियोलॉजी के विशेषज्ञ डॉ सतपथी ने अतीत में कई ओलंपिक खेलों में भागीदारी की है. उन्होंने रियो ओलंपिक 2016 पॉलीक्लिनिक में स्पोर्ट्स मेडिसिन डॉक्टर और आपातकालीन और स्पोर्ट्स मेडिसिन क्लीनिक की देखभाल करने वाले एथलीट पार्क शामिल थे.
इस मौके पर राज्य के खेल और युवा सेवाएं और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री तुषारकांति बेहरा, वर्चुअल फेलिसिटेशन एंड इंटरेक्शन समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, जबकि विशाल कुमार देव, आईएएस, प्रमुख सचिव, खेल और युवा सेवाएं और पर्यटन विभाग, सरकार, ओडिशा विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए. इस अवसर पर डॉ. सस्मिता सामंत, प्रो-वीसी, कीट डीम्ड यूनिवर्सिटी ने भी अपने उदगार व्यक्त किया.
इस अवसर पर डॉ सामंत ने दुती चंद के लिए दो महत्वपूर्ण उपहारों की घोषणा की, जो उन्हें ओलंपिक से लौटने के बाद प्रदान किए जाएंगे. डॉ सामंत ने कहा कि कीट और वह व्यक्तिगत रूप से 2013 से दुती के अच्छे और बुरे समय के दौरान साथ रहे हैं, भविष्य में भी दुती के साथ रहेंगे. इस दौरान समारोह में डॉ गगनेंदु दाश, निदेशक-खेल तथा कीट और कीस के बड़ी संख्या में कर्मचारियों ने भाग लिया.