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भारी बारिश के कारण जलमग्न हुआ भुवनेश्वर का गजपतिनगर इलाका

भुवनेश्वर और कटक में 28 जून तक होगी बारिश

  • मौसम के बदले मिजाज से राजधानी के कई इलाके जलमग्न

  • केंद्रापड़ा के मरसाघई में 225 मिमी बारिश

भारी बारिश के कारण जलमग्न हुआ भुवनेश्वर का गजपतिनगर इलाका

भुवनेश्वर. मौसम के बदले मिजाज के कारण राजधानी भुवनेश्वर समेत राज्य के विभिन्न जिलों में भारी बारिश हो रही है. ट्विन सिटी भुवनेश्वर और कटक में 28 जून तक बारिश जारी रहने की संभावना है. केंद्रापड़ा जिले के मरसाघई में सर्वाधिक 225 मिमी बारिश दर्ज हुई है. इसके बाद कटक जिले के कांतपड़ा में 190 मिमी बारिश हुई है. ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में बुधवार को भारी बारिश के कारण कई इलाकों में जलजमाव से सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ. कल से रुक-रुककर हुई भारी बारिश से शहर के अधिकांश इलाके जलमग्न हो गए हैं.

शहर के निचले इलाकों की बात तो दूर आचार्य विहार, जयदेव विहार, रसूलगढ़ और बोमीखाल आदि में जल निकासी की समस्या से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.

राजधानी स्थित केदारगौरी इलाके में जलजमाव का दृश्य.

भुवनेश्वर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार, भुवनेश्वर में स्वचालित मौसम केंद्र (एडब्ल्यूएस) में सबसे अधिक 78 मिमी बारिश दर्ज की गई.

मौसम विज्ञान केंद्र ने कल भविष्यवाणी की थी कि कटक और भुवनेश्वर के ट्विन सिटी में 28 जून तक गरज के साथ बारिश होगी. बुधवार को दक्षिण-पश्चिम मानसून के कारण हुई भारी बारिश के बाद ट्विन सिटी कटक और भुवनेश्वर में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ. कटक में आज तड़के भारी बारिश के बाद कई निचले इलाकों में कुछ घंटों तक पानी भर गया. भारी बारिश ने कई समस्याएं पैदा कर दीं. विशेष रूप से दूध, किराना और अन्य वस्तुओं की आपूर्ति सहित आपातकालीन सेवाओं में लगे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा.

कटक में भारी बारिश के कारण पानी में डूबी सड़क.

जानकारी के अनुसार भुवनेश्वर एडब्ल्यूएस (हवाई अड्डा) में 78 मिमी, बेगुनिया एआरजी में 40 मिमी, कीट एआरजी में 49.5 मिमी, राजीव भवन एआरजी में 17 मिमी, कटक कृषि विज्ञान केंद्र में 69 मिमी, कटक एआरजी में 58.5 मिमी बारिश हुई है.

कटक में भारी बारिश के कारण घर में घुसा पानी.

इसी तरह से भुवनेश्वर में नयापल्ली, लक्ष्मी सागर और सुंदरपदा के कई इलाकों में भी पानी भर गया. स्थानीय निवासियों का आरोप है कि नालों के जाम होने से भारी बारिश होने पर उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

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