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सौंदर्यीकरण पर विचार करने का दिया सुझाव
भुवनेश्वर. राजधानी के मास्टर कैंटिन चौक पर घोड़ा व योद्धा की प्रतिमूर्तियों को न हटाकर शहर के सौंदर्यीकरण करने को लेकर राज्य सरकार विचार करे. केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने ट्वीट कर राज्य सरकार से अपील की है. उल्लेखनीय है कि इस घोड़ा व योद्धा को ओडिशा सरकार के प्रतीक के रुप में स्वीकार किया गया है. शहर के सौंदर्यीकरण करने के लिए इस प्रतीक को अब सरकार यहां से स्थानांतरित करने का मन बना चुकी है. इसका चौतरफा विरोध हो रहा है. इसी विरोध के बीच केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने राज्य सरकार से यह अपील की है.
प्रधान ने ट्वीट कर कहा कि इस निर्णय को काफी लोगों द्वारा पंसद नहीं किया जा रहा है. 1964 में कोणार्क घोडा व योद्धा को ओडिशा शासन के प्रतीक के रुप में स्वीकार किया गया था.
बाद में 1988 में तत्कालीन मुख्यमंत्री जानकी बल्लभ पटनायक द्वारा विशिष्ट शिल्पी स्वर्गीय रघुनाथ महापात्र द्वारा इसे तैयार कर मास्टर कैंटिन चौक में स्थापित किया गया था. राज्य के मान्यगण्य लोगों ने इस स्थानांतरण के निर्णय पर असंतोष व्यक्त किया है. यह हमारा धरोहर है. ओडिशा की जनता की भावनाओं का सम्मान देते हुए इस मूर्ति को सुरक्षित रखने के साथ साथ मास्टर कैंटिन से इसका स्थानांतरण न कर सौंदर्यीकरण पर राज्य़ सरकार को विचार करना चाहिए.