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राज्य में एक चार माह के बच्चे को भी हुआ कोरोना
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अस्पताल में भर्ती होने की संख्या में भी हल्की हुई वृद्धि
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पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर में मौत अधिक
हेमन्त कुमार तिवारी, भुवनेश्वर
ओडिशा में कोरोना की दूसरी लहर में बच्चों की संक्रमण दर एक फीसदी वृद्धि देखने को मिली है. राज्य में एक चार माह का बच्चा भी कोरोना से संक्रमित हुआ है. बच्चों के संक्रमण की स्थिति में अस्पताल में भर्ती होने की संख्या में भी हल्की उछाल देखने को मिली है. साथ ही पहली लहर की तुलना में ओडिशा में दूसरी लहर में मौत अधिक हुई है.
विशेषज्ञों की संभावना और हालात को देखते हुए ओडिशा ने अभी से संभावित तीसरी लहर पर अपना ध्यान केंद्रित कर लिया है. दूसरी लहर के आंकड़ों से पता चलता है कि इस बार बच्चों का संक्रमण बढ़ा है.
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जब पहली लहर में कोरोना वायरस से संक्रमित बच्चों की संख्या 4 प्रतिशत से कम थी, दूसरी लहर में अनुपात 5 प्रतिशत से थोड़ा अधिक हो गया है.
आंकड़े आगे बताते हैं कि राज्य में दूसरी लहर के दौरान बच्चों का अस्पताल में प्रवेश पहली लहर की तुलना में थोड़ा अधिक है.
दूसरी लहर में जो सबसे गंभीर विषय देखने को मिला है, वह यह है कि राज्य में कुछ हताहतों की संख्या अधिक है. कोरोना संक्रमण का हाल यह है कि एक चार महीने का बच्चा भी कोविद-19 की चपेट में आ गया है और बच्चे को कोई और बीमारी नहीं थी.
आंकड़ों के अनुसार, राज्य में अप्रैल के मध्य से आठ जून की अवधि के दौरान लगभग 25,000 बच्चों को कोरोना संक्रमित पाया गया है. 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में पाए गए सकारात्मक मामलों की कुल 42,918 है, जो कुल कोविद का 5 प्रतिशत से अधिक है.
तुलनात्मक विश्लेषण से पता चलता है कि इस बार बच्चों में संक्रमण पहली लहर से ज्यादा है.
बच्चों में बुखार, बंद नाक, पेट में दर्द, दस्त, गले में खरास, दुर्बलता, थकान महसूस होना, भूख में कमी, सिरदर्द कोरोना के लक्षण हो सकते हैं.