केंद्रापड़ा. जिले के राजकनिका प्रखंड के चेरंतपड़ा गांव में पति की मौत के कुछ दिनों बाद महिला का शव उसके घर में लटकता मिलने से सनसनी फैल गयी है. बताया जाता है कि भद्रक में ग्रामीण विकास विभाग में योजना अधिकारी के रूप में कार्यरत चेरंतपड़ा गांव के मनोज तराई 25 मई को अपने दोपहिया वाहन से घर लौटते समय सड़क दुर्घटना के शिकार हो गये. हालांकि उन्हें गंभीर हालत में भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
मनोज की मौत के कुछ ही दिनों बाद, उसकी पत्नी स्वप्ना मांझी को उसके ससुराल वालों ने फांसी पर लटका पाया और उसे नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
ससुराल वालों का कहना था कि स्वप्ना ने आत्महत्या की है, वहीं उसके परिवार वालों ने ससुराल वालों पर दहेज के लिए हत्या का गंभीर आरोप लगाया है.
स्वप्ना के पिता बिमला मांझी ने कहा कि उसके ससुराल वालों ने मुझे फोन किया और कहा कि मेरी बेटी की तबीयत ठीक नहीं है, यह कहते हुए तुरंत उनके घर आ जाओ. अस्पताल पहुंचने के बाद मैंने उसे मृत पाया.
मांझी ने आरोप लगाया कि मुझे यकीन है कि उसके ससुराल वालों ने ही उसकी हत्या की है.
इधर, राजकनिका पुलिस स्टेशन के प्रभारी निरीक्षक (आईआईसी) उमाकांत नायक ने कहा कि उसके पिता ने शिकायत दर्ज कराई है कि स्वप्ना के ससुराल वालों ने उसके पति की मौत के बाद दहेज के लिए उसकी हत्या कर दी है. हमने इस संबंध में जांच शुरू कर दी है.